नई दिल्ली : किसान आंदोलन के मुद्दे पर एक बार फिर सरकार किसानों से बातचीत करेगी. बीते कल किसानों ने केंद्र सरकार को अगले दौर की बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा था, किसानों से मिले प्रस्ताव को मोदी सरकार ने स्वीकार कर लिया है और सरकार ने किसानों से बातचीत के लिए 30 दिसंबर का चयन किया है, जबकि किसानों ने 29 दिसंबर की तारीख़ चुनी थी. हालांकि सरकार ने इसे एक दिन आगे बढ़ाया है.
सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने किसानों को एक चिट्ठी लिखी है. इसमें बताया है कि केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत 30 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे होने वाली है. जबकि किसानों ने बातचीत के लिए 29 दिसंबर को 11 बजे का समय चुना था. बता दें कि किसानों के साथ बैठक से पहले आज शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रेल मंत्री पीयूष गोयल की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई है.
दूसरी ओर किसान आंदोलन के मुद्दे और आगामी बैठक को ध्यान में रखते हुए जाने-माने किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि, हम सरकारी प्रस्ताव को ठुकरा चुके हैं, अब चर्चा कानून वापस लेने और स्वामीनाथन रिपोर्ट पर होनी चाहिए. अभी हमारे आंदोलन को 33 दिन हुए हैं, सरकार नहीं मानी तो किसान आंदोलन 66 दिन तक भी चलेगा.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि, केंद्र सरकार और किसानों के बीच अब तक किसान आंदोलन के मुद्दे को लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है. लेकिन कोई हल नहीं निकला है. ऐसे में इस बैठक से काफी उम्मीदें हैं. बता दें कि, किसान कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े हुए है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने भी साफ इंकार कर दिया है कि, नए कृषि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे.