5 राज्यों में चुनाव से पहले केंद्रीय बल रवाना, पश्चिम बंगाल को लेकर आयोग सवेंदनशील

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पश्चिम बंगाल सहित देश के चार अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए राज्यों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों CAPF को रवाना करने की प्रक्रिया शुरू क्र दी गई है, दरअसल इस विशेष पुलिस बल को चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरिके से कराने के लिए तैनात किया जाता है, इस बार पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा सियासत की जंग छिड़ी हुई है जिसके लिए चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में सुरक्षा को लेकर खासा चिंतित नजर आ रहा है, इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने राज्य में सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजने का फैसला किया गया है।

बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार पांच राज्यों के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल CAPF को रवाना किया गया है, और सबसे ज्यादा तमिलनाडु में 45 और असम में 40 कंपनिया रवाना की गई है। साथ ही पुडुचेरी में 10 और केरल में 30 कंपनियां भेजी जा रहीं हैं। लेकिन अभी तक किसी भी राज्य में चुनाव की तारीख एलान नहीं किया गया है।

पश्चिम बंगाल में छिड़ी हुई सियासी जंग-
इस बार के चुनाव में पश्चिम बंगाल में चुनावी सियासत छिड़ी हुई है, इस कारण बंगाल के चुनाव आयोग खासा सतर्क नजर आ रहा है, ममता सरकार और भाजपा के बीच यहाँ चुनाव को लेकर घमासान छिड़ी हुई है। इस कारण चुनाव आयोग सबसे ज्यादा चिंतित है और यहां सीएपीएफ की 125 कंपनियां भेजी गईं हैं, अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार “यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 60, सशस्त्र सीमा बल की 30, सीमा सुरक्षा बल की 25 और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की पांच-पांच कंपनियां होंगी”

पश्चिम बंगाल में चुनाव से पहले केंद्रीय सशस्त्र पुलिस की टुकड़ियों के जल्दी पहुंचने से राज्य प्रशासन हैरान हुआ है, क्योंकि आमतौर पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिसकी तैनाती इलाके में वर्चस्व और संवेदनशील इलाके में रहने वाले लोगों में भरोसा जगाने के लिए होती है, लेकिन इस बार का चुनाव काफी ख़ास लग रहा है जिसके लिए चुनाव आयोग ने बंगाल के हर जिले में बल को तैनात किया है। जिसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि चुनाव आयोग बंगाल के चुनावो के लिए काफी सवेंदनशील नजर आ रहीं हैं।