Garuda Purana: इन कार्यों को करने से जल्द ही बरसती हैं मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विशेष कृपा, भर जाते हैं धन धान्य के खाली भंडार

Simran Vaidya
Published on:

Garuda Purana Lord Vishnu Niti in Hindi: हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गरुड़ पुराण (Garuda Puran) एक बेहद महत्वपूर्ण ग्रन्थ माना गया है। क्योंकि गरुण पुराण को 18 महापुराणों में से एक माना गया है। साथ ऐसा कहा जाता हैं कि की गरुड़ पुराण भगवान विष्णु की नीतियों से जुड़ा हुआ एक बेहद लोकप्रिय ग्रन्थ हैं। यह वैष्णव प्रथा से जुड़ा हुआ ग्रंथ है। जिसका एक अलग ही महत्त्व का बखान किया गया हैं। गरुड़ पुराण के इष्ट देव भगवान विष्णु हैं और इस ग्रंथ की उत्पत्ति महर्षि वेद व्यास द्वारा की गई है।

इसी के साथ गरुड़ पुराण में सुखी जीवन यापन के कई महत्वपूर्ण मुद्दों के विषय में संक्षिप्त वर्णन किया गया है। विशेषकर रोजमर्रा के जीवन में इन बातों का ख़ास तौर पर ध्यान देने से मनुष्य जीवन बिना किसी परवाह के व्यतीत होता हैं। ऐसे लोगों से जगत के पालनहारे भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी भी शीघ्र खुश होती हैं। चलिए आगे जानते हैं कि गरुड़ पुराण में व्याख्या किए गए वो कौन से रूल्स हैं, जिनका अनुपालन करने से देवी लक्ष्मी और भगवान नारायण की विशेष कृपा प्राप्त होती है और मनुष्य के घर परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

  • गौरतलब हैं कि गरुड़ पुराण में संक्षिप्त वर्णन कर बताया गया है कि, दैनिक रूप से कुटुंब में सदैव धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की एक साथ पूजा आराधना करना चाहिए। इससे भगवान नारायण हर्षित होकर अपना स्नेह और आशीष लुटा देते हैं और ऐसे घर पर मां लक्ष्मी का वास हमेशा के लिए हो जाता है।
  • इसी के साथ आगे गरुड़ पुराण में वर्णित सार हैं कि, मनुष्य को सर्वप्रथम खुद भोजन का ग्रहण न करते हुए अपने इष्ट अर्थात अपने आराध्य देवी देवता को पहले भोग लगाना चाहिए। भगवान को प्रसाद चढ़ाने के बाद ही स्वयं इसका सेवन करना चाहिए। वहीं जिन घरों में इन सब नियमों का निति के साथ पालन किया जाता है, वहां धन की देवी माँ लक्ष्मी का विशेष वास होता हैं।
  • यदि आप भगवान श्री हरि विष्णु का परम और बारम्बार आशीष प्राप्त करना चाहते हैं तो, इसके लिए रोजाना ढंग से माँ तुलसी का पूजन करें और प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में आने वाली गयारस के दिन उपवास रखें। इससे भगवान नारायण के संग धन की देवी माँ लक्ष्मी भी अपनी कृपा बरसाती हैं।

     

  • ऐसे मकान जिनमें धार्मिक ग्रथों का अध्याय किया जाता हैं। भगवान नारायण की एक अलग और महत्वपूर्ण कृपा का पात्र बनता हैं। धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन पठन करने वालों का सान्निध्य खुद जगत के पालन हारे जगत पिता नारायण करते हैं और ऐसे लोगों का जीवन धन ऐश्वर्य से परिपूर्ण रहता है।
  • हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गरुड़ पुराण में वर्णन किया गया है कि, नियमित घर पर बनाई जाने वाली प्रथम रोटी गौ माता को खिलानी चाहिए, रसोईघर सदैव स्वच्छ रहना चाहिए, साथ ही रात्रि में गंदे बर्तन धोकर ही शयन करने जाना चाहिए और सायंकाल के पहर तुलसी में दीप प्रज्वलित करना चाहिए। जिससे माँ लक्ष्मी और भगवान नारायण खुश होते हैं।