कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन में करीब छह महीने से सभी बसे बंद पड़ी हुई थी। वहीं लॉकडाउन खुलने के बाद ये सभी बसे चालू हुई है। लेकिन अब वापस से इनके पहिये थमते दिखाई दे रहे हैं। बता दे, ऐसे में बस ऑपरेटर एसोसिएशन और मप्र शासन दोनों ने बसों का किराया निर्धारित करने की सहमति तो बनी पर किराया अब तक भी किराया निर्धारित नहीं किया गया। जिसकी वजह से बस ऑपरेटरों ने बसों का संचालन बंद करने का फैसला ले लिया। वहीं शासन को ये अल्टीमेटम भी दे दिया है कि 17 अक्टूबर तक किराया निर्धारित किया जाए और उसे लागू किया जाए। वरना सभी बसों के पहिए थम जाएंगे। ये इसलिए क्योंकि इस समय बस यात्री ना मिलने पर बसे घाटे में चल रही हैं। जानकारी के मुताबिक, मप्र बस ऑपरेटर एसोएिशन के महामंत्री और बोर्ड के सदस्य ने भी परिवहन सचिव मप्र शासन को पत्र लिखकर बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण मार्गों पर यात्री नहीं मिल रहे हैं। डीजल, टैक्स-चालक, परिचालक, हेल्परों के वेतन का खर्चा बस मालिक वहन नहीं कर पा रहे हैं। कई बस मालिकों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। ऐसे में किराए में वृद्घि करना आवश्यक हो गया है। यदि 17 अक्टूबर तक बस किराए में वृद्घि नहीं की जाती तो बसों का संचालन बंद कर देंगे।