उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा के मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है, जिसमे दो पुलिस अधिकारियों सहित SSP पर गाज गिरी है। सरकार ने स्याना के सीओ सत्य प्रकाश,चिंगरावठी के चौकी इंचार्ज सुरेश कुमार और एसएसपी कृष्ण बहादुर सिंह का ट्रांसफर किया गया है। सत्य प्रकाश को पीटीसी मुरादाबाद, जबकि सुरेश कुमार को ललितपुर भेजा गया है। बताया जा रहा है कि ये दोनों अफसर क्षेत्र में बिगड़ी स्थिति को संभालने में नाकाम रहे थे।
गौरतलब है कि इस हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान देते हुए कहा कि कहीं भी मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) नहीं है और बुलंदशहर मामले में कोई भी दोषी नहीं बच पाएगा। बुलंदशहर की घटना एक दुर्घटना भर है। वही मामले में आरोपी बताए जा रहे जीतू फौजी को भी सेना की टीम यूपी लेकर आ रही है।
Video of main accused in #BulandshaharViolence Yogesh raj …In dis he introduced himself as BajrangDal worker while UP ADG(Law n order) was not ready to tell the name of 'sangathan' @RohitMishraNBT @rohini_sgh @NehaLTOI @pranshumisraa pic.twitter.com/mvCGpWaib7
— Prashant Srivastava (@Prashantps100) December 5, 2018
इससे पहले इस मामले में मुख्य आरोपी बताए जा रहे योगेश ने वीडियो जारी कर खुद को बेक़सूर बताया था। वीडियो में योगेश राज बोलते हुए नजर आ रहे है, कि मैं तो मुकदमा लिखवाने थाने गया था। थाने में बैठे- बैठे मुझे फायरिंग की खबर मिली है।
Another wanted #Bulandshahr man in the FIR on riots & murder of @Uppolice cop Subodh Kumar Singh, releases a video
Sporting a muffler,ShikharAggarwal, shifts blame on cop, saying he was a corrupt man.
This while cop’s family met UP CM & @dgpup who announcd a road in his memory pic.twitter.com/sZNZ1DtmOJ
— Rohan Dua (@rohanduaTOI) December 6, 2018
वही खुद को शिखर अग्रवाल बताने वाले शख्स ने वीडियो जारी कर इंस्पेक्टर सुबोध सिंह को अप्शाब्त कहे। वीडियो में वो कहा रहा है- “मेरा ही नाम शिखर अग्रवाल है। मैं बीजेपी युवा मोर्चा का नगर अध्यक्ष हूं। पुलिस, मीडिया ने घटना को तोड़-मरोड़कर पेश किया है। मैं Rightist supporter हूं। ऐसी पार्टियों को सपोर्ट करता हूं जो देश में गाय, गंगा और गायत्री को स्थापित करना चाहती हैं। मैं डॉक्टरी का छात्र हूं। BAMS अलीगढ़ से कर रहा हूं।” “मैं जा रहा था. देखा गाय के अवशेष पड़े हैं। अवशेष ट्रॉली में लेकर चौकी जाने लगे। तभी सुबोध सिंह ने रोका। उपज़िलाधिकारी को बताया कि सुबोध ने धमकी दी है।”
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