इंदौर दिनांक 11 अगस्त 2020। आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा झोन 14 के भवन निरीक्षक योगेश जोशी व झोन 13 भवन निरीक्षक राजेश चैहान द्वारा आवंटित दायित्वो का समुचित तरीके से पालन नही करने व कार्य में लापरवाही करने पर निलंबित किया जाकर विभागीय जाचं के आदेश दिये गये।
विदित हो कि झोन 14 के अंतर्गत वार्ड 79 व 82 में कार्यरत भवन निरीक्षक योगेश जोशी एवं झोन 13 के अंतर्गत वार्ड 74, 77, 78 में कार्यरत भवन निरीक्षक राजेश चैहान को एबीपीएस 2 अंतर्गत साईट विजिट हेतु प्राप्त होने वाले प्रकरणो में अनावश्यक कारण से प्रकरण रिटर्न करने के संबंध में भवन अनुज्ञा शाखा की ओर से प्रसारित कारण बताओ सूचना पत्र में योगेश जोशी एवं राजेश चैहान द्वारा प्रस्तुत जवाब समाधानकारक नही पाया गया। विभागीय रिकार्ड अनुसार भवन निरीक्षक योगेश जोशी के कंसोल में दिनांक 1 मार्च 2020 से 9 अगस्त 2020 तक वार्ड 79 व 82 में प्राप्त कुल 101 प्रकरणो में से 07 प्रकरण रिटर्न किये गये तथा 05 प्रकरण लंबित पाये गये। रिटर्न किये गये प्रकरणो में साईट दिखाने के लिये उपस्थित होने का लेख किया गया है जो रिटर्न करने का 9 प्रतिशत है।
साथ ही विभागीय रिकार्ड अनुसार भवन निरीक्षक राजेश चैहान के कंसोल में दिनांक 1 मार्च 2020 से 9 अगस्त 2020 तक वार्ड 74, 77, 78 व 82 में प्राप्त कुल 74 प्रकरणो में से 16 प्रकरण रिटर्न किये गये तथा 03 प्रकरण लंबित पाये गये। रिटर्न किये गये प्रकरणो में साईट दिखाने के लिये उपस्थित होने का लेख किया गया है जो रिटर्न करने का 21.6 प्रतिशत है।
उक्त स्थिति आवंटित दायित्वो के निवर्हन में संतोषजनक कार्य प्रणाली प्रदर्शित नही करती है साथ ही पदीय दायित्वो के निवर्हन में उदासीनता के साथ-साथ स्वैच्छिक कार्य प्रणली का परिचायक है। उल्लेखित स्थिति से स्वतः स्पष्ट होता है कि झोन 14 के अंतर्गत वार्ड 79 व 82 में कार्यरत भवन निरीक्षक योगेश जोशी एवं झोन 13 के अंतर्गत वार्ड 74, 77, 78 में कार्यरत भवन निरीक्षक राजेश चैहान आवंटित दायित्वो का समुचित तरीके से निवर्हन नही करते व अकारण ही प्रकरणो को रिजेक्ट करते है। उपरोक्त स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए, आयुक्त प्रतिभा पाल द्वारा झोन 14 के अंतर्गत वार्ड 79 व 82 में कार्यरत भवन निरीक्षक योगेश जोशी एवं झोन 13 के अंतर्गत वार्ड 74, 77, 78 में कार्यरत भवन निरीक्षक राजेश चैहान द्वारा कार्य में लापरवाही करने पर तत्काल प्रभाव से निंलबित करते हुए, विभागीय जांच के आदेश दिये गये।