नई दिल्ली। आज यानि सोमवार को 2021-22 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई अहम ऐलान किये। जिसके चलते रक्षा मंत्रालय के लिए 4.78 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया। कुल राशि में 1.35 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय भी शामिल है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा बजट बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीतारमण को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि, “मैं विशेष रूप से वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रक्षा बजट में बढ़ोत्तरी करने के लिए पीएम और वित्त मंत्री को धन्यवाद देता हूं, जिसमें 1.35 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय शामिल है। यह रक्षा पूंजीगत व्यय में लगभग 19 प्रतिशत की वृद्धि है। यह रक्षा के लिए पूंजीगत परिव्यय में 15 साल की सबसे अधिक वृद्धि है।”
साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि, “आर्थिक सुधारों, रोजगार सृजन, पूंजी निर्माण और भारत में बुनियादी ढांचे के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया गया है। सुशासन के 6 स्तंभों के आधार पर यह बजट भारत को समावेशी विकास और समृद्धि के नए युग की ओर अग्रसर करेगा।” बता दे कि, वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि महामारी के बाद नई विश्व व्यवस्था उभर रही है और इसमें भारत की अग्रणी भूमिका होगी।
I specially thank PM& FM for increasing the defence budget to 4.78 lakh cr for FY21-22 which includes capital expenditure worth Rs 1.35 lakh crore. It is nearly19 percent increase in Defence capital expenditure. This is highest ever increase in capital outlay for defence in 15yrs
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) February 1, 2021
वही वित्त मंत्री ने अपने भाषण में रक्षा बजट आवंटन का उल्लेख क्यों नहीं किया? इस पर टिप्पणी करते हुए नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि यह (रक्षा) भाषण का हिस्सा नहीं था, लेकिन बजट में है। राजीव कुमार ने कहा कि बजट में वित्त मंत्री ने छह प्रमुख स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया है। रक्षा खर्च महत्वपूर्ण है, लेकिन हमारी प्रगति से कम जुड़ा हुआ है और बजट 2021-22 हमारी प्रगति की गति बढ़ाने पर केंद्रित है।