बदलते खान-पान और लाइफस्टाइल के चलते हड्डियां हो रही कमजोर वही ज्यादा स्टेरॉयड के इस्तेमाल से बड़ी हिप रिप्लेसमेंट से संबंधित समस्याएं –  डॉ.मनीष लढानिया कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल

Deepak Meena
Published on:

इंदौर. वर्तमान समय में हमारी लाइफ स्टाइल में बहुत ज्यादा बदलाव आए हैं हमारे खानपान में पौष्टिक आहार की जगह प्रोसैस्ड और पैकेज्ड फूड ने ले ली है जिसके चलते कई बीमारियां सामने आ रही है। वही लाइफस्टाइल सीडेंटरी होने के चलते खेल कूद और हमारा व्यायाम कम हो गया है जिस वजह से मोटापा और अन्य बीमारियां बड़ी है। लोगों में कोविड बाद से हेल्थ को लेकर अवेयरनेस तो आई है लेकिन अभी इस दिशा में और कार्य करने की जरूरत है।

बढ़ता मोटापा और खानपान में कैल्शियम, विटामिन और अन्य मिनरल्स की कमी के चलते हड्डियों से संबंधित समस्या देखने को सामने आ रही है। हमें हमारे खानपान की क्वालिटी को सुधारना होगा तभी हम इस प्रकार की समस्या से निदान पा सकते हैं।यह बात डॉक्टर मनीष लढानिया ने अपने साक्षात्कार के दौरान कही वह शहर के प्रतिष्ठित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

सवाल. क्या नी रिप्लेसमेंट से संबंधित समस्या मैं बढ़ोतरी हुई है

जवाब. नी संबंधित समस्या की अगर बात की जाए तो यह समस्या बढ़ते मोटापे, इंजरी और बढ़ती उम्र के साथ देखने को सामने आती है। घुटनों से संबंधित समस्या में सबसे कॉमन ऑस्टियोआर्थराइटिस है। इसमें जोड़ों की गद्दी में घिसाव शुरू हो जाता है। आमतौर पर यह देखा गया है कि घुटनों से संबंधित समस्या होने पर लोग इसके शुरुआती लक्षण को नजरअंदाज करते हैं जो कि सही नहीं हैं घुटनों से संबंधित समस्या को अगर पहली स्टेज में पकड़ लिया जाए तो इसे ठीक करना आसान रहता है। इसके शुरुआती लक्षण की अगर बात की जाए तो घुटनों में दर्द और चलने में समस्या सामने आती है। पिछले कुछ सालों में नी रिप्लेसमेंट के केसेस में इजाफा जरूर हुआ है। लेकिन इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि कोविड के दौरान सर्जरी नहीं की गई जिसके चलते अब यह सर्जरी प्लान की जा रही है।

सवाल. हिप रिप्लेसमेंट से संबंधित समस्या किस वजह से होती है क्या स्टेरॉयड का ज्यादा इस्तेमाल इस समस्या को बढ़ाता है

जवाब. कोविड के दौरान स्टेरॉयड का इस्तेमाल लाइफ सेविंग ड्रग के रूप में किया गया लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल के चलते अब दुष्परिणाम के रूप में लोगों में हिप से संबंधित समस्या सामने आ रही है। कॉविड के बाद यह समस्या बहुत ज्यादा उभर के सामने आई हैं।इसके केस युवाओं में भी देखने को सामने आ रहे हैं। वहीं अगर इसके अन्य कारणों की बात की जाए तो ड्रग्स, अल्कोहल और अन्य वजहों से हिप संबंधित बीमारी देखी जा रही हैं। हिप रिपलेसमेंट की समस्या में मुख्य कारण एवैस्कुलर नेक्रोसिस हैं। इसमें हिप के अंदर जो बोल होती हैं उसमें खून का सर्कुलेशन कम हो जाता हैं, जिस वजह से यह समस्या सामने आती हैं। हिप से संबंधित समस्या के लक्षण दिखाई देने पर जल्दी इलाज़ करवाने से इसे बदलने की जरूरत नहीं होती हैं। इसमें जांच के बाद कोर डी कंप्रेशन सर्जरी की मदद से उस जगह पर ड्रिल कर खून का दौरा बढ़ा दिया जाता है जिसके चलते इससे संबंधित समस्या में राहत मिलती है।

सवाल. बेहतर स्वास्थ्य के साथ-साथ मजबूत और स्वस्थ हड्डियों के लिए किन चीजों को ध्यान में रखना जरूरी है

जवाब. हमारी हड्डियां हमारे शरीर की बुनियाद है हड्डियों को मजबूती देने के लिए हमें हमारे खान-पान और लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत है। खानपान से ऐसे प्रोडक्ट को हटाना है जो हमारे शरीर के लिए हार्मफुल है वही उन चीजों को हमारे भोजन में शामिल करना है जो पौष्टिक गुणों से भरपूर है। हड्डियों की मजबूती के लिए हमें व्यायाम करना चाहिए वहीं एक पसंदीदा गेम भी खेलना चाहिए। आजकल हमारी लाइफ स्टाइल शिडेंट्री हो गई है जिसके चलते सन एक्स्पोज़र नहीं मिल पाता है जो कि सही नहीं है। हमें आने वाले समय में हड्डियों से संबंधित समस्या से बचने के लिए इन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।

सवाल. आपने अपनी मेडिकल फील्ड की पढ़ाई किस क्षेत्र में और कहां से की है

जवाब. मैंने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई कलकत्ता मेडिकल कॉलेज से पूरी की इसके बाद एमएस ऑर्थोपेडिक्स की पढ़ाई भी मैंने कलकत्ता मेडिकल कॉलेज से 2004 में कंप्लीट की। वही मैंने ऑर्थोपेडिक में बेल्जियम से डिप्लोमा हासिल किया। वही मैंने ज्वाइंट रिप्लेसमेंट में यूके से फैलोशिप किया है। अपनी पढ़ाई और देश-विदेश के कई हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देने के बाद मैंने शहर के मुंबई हॉस्पिटल में भी अपनी सेवाएं दी है। वर्तमान में मैं शहर के प्रतिष्ठित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा हूं।