बेलबॉटम की मोरी हुई कम और रसातल में जाता हिंदुस्तान का बॉलीवुड और उसकी फिल्में

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सत्येन्द्र हर्षवाल

कल रिलीज हुई अक्षय कुमार स्टारर फ़िल्म बेल बॉटम जिसकी लगभग पूरी शूटिंग इंग्लैंड में हुई है कि ओपनिग 3 करोड़ से हुई गौरतलब यह भी बात है कि जहां अक्षय स्टारर फ़िल्में पहले (कोविड के पूर्व) 10से 20 करोड़ की ओपनिग करती थी, वही दूसरी ओर बड़ी फिल्मों को 2500 से ऊपर स्क्रीन पर आती थी मगर बेलबॉटम 600 से 700 स्क्रीन पर ही रिलीज हुई, दरअसल इस कमजोर ओपनिग के पीछे दो तीन मूल कारण है पहला कोविड का डर तो दूसरी तरफ दो साल से लोगो की सिनेमाघर से दूरी, तो तीसरा सबसे सशक्त कारण OTT पर रिलीज हो रही वेब सीरीज यह तीसरा मुख्य कारण है.

जिसने बहुत अधिक प्रभाव डाला है फिल्मी पंडितों के पूर्व में कहना था कि OTT पर आने वाली फिल्मों और वेब सीरीज से बहुत ज्यादा फर्क नही पड़ेगा, मगर कुछ तो ऐसा है जो लोगो को पसंद आ रहा है OTT पर तभी तो OTT प्लेटफोम पर फिल्मों की रिलीज के छः हफ्ते बाद भी MX प्लेयर जैसी कम्पनियां 50 से 60 करोड़ में फिल्में खरीद रही है अब यह प्लेटफॉर्म भी बड़ा बाजार बनता जा रहा है इसमे कोई दो मत नही है वेसे इंडस्टी ने वह दौर भी देखा था जब VCR ओर VCP का चलन खूब जोर शोर से शुरू हुवा था और उस वक्त भी कई मल्टीस्टारर फिल्में फ्लॉप हुई थी उस दौर में इस समस्या को देखते हुवे बच्चन साहब की एक फ़िल्म तूफान में एक गाना भी बनाया गया था.

जिसमे यह गुजारिश थी कि सिनेमा में आ कर फिल्में देखे मगर हिंदुस्तान का दर्शक सदैव से एक तरफा निर्णय लेकर चोकता आया है वह गाना था बाहर है प्रॉब्लम घर मे है प्रोब्लम आगे पीछे आजु बाजू प्रॉब्लम ही प्रॉब्लम dont वरी be हैप्पी,ओर उसका अंतरा था टीवी वीडयो बहुत हुवा सब के सर में दर्द हुवा टिकिट कटा के सिनिमा जा आएगा बड़ा मजा dont वरी be हैप्पी यह फ़िल्म मनमोहन देसाई ने बनाई थी और संगीत दिया था अन्नू मलिक ने आज लगता है फिर से वही दौर आन पड़ा है और क्यो न आये क्यो की पुनरावर्ती तो प्रकृति के नियम में से एक नियम है।