हरियाणा में राजनीतिक उठापटक के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के सत्तारूढ़ गठबंधन में दरार के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। वही इसके बाद नायब सैनी को नया विधायक दल का नेता चुना गया है।
जेजेपी के गठबंधन तोड़ने के बावजूद बीजेपी का दावा है कि उसके पास आधे आंकड़े को पार करने की संख्या है। वर्तमान में, 90 सदस्यीय सदन में भाजपा के 41 विधायक हैं, जबकि जेजेपी के 10 विधायक हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन को सात में से छह निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है। हरियाणा लोकहित पार्टी के पास एक-एक सीट है।
नायब के बहाने OBC वोटर्स पर BJP का निशाना
बता दें नायब सिंह सैनी अन्य पिछड़ा वर्ग से आते है इससे बीजेपी इन वोटर्स पर निशाना साध सकती है। माना जाता है कि वही मुख्यमंत्री मनोहर लाल का खास भी समझा जाता है। भाजपा के साथ उन्होंने अपना राजनीतिक सफर भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी के रूप में साल 1996 से शुरू किया और साथ मिलकर साल 2000 तक काम किया। इसके बाद साल 2002 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी अंबाला से वह जिला महामंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने साल 2005 में युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पर रहे।