रीवा में भाजपा के एक नेता ने शहर के पुराने बस स्टैंड पर एक पोस्टर लगाया है। पोस्टर में लिखा है कि “जो 22 को नहीं जाएंगे, वो 24 को नहीं आएंगे।” पोस्टर में राम मंदिर के उद्घाटन का उल्लेख किया गया है।
पोस्टर में लिखा है कि “अयोध्या नगरी में नवनिर्मित राम मंदिर बनकर तैयार है। 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होने वाला है। अयोजन में शामिल होने के लिए देश भर से चुनिंदा और खास मेहमानों को निमंत्रण भेज कर उन्हें आमंत्रित किया गया है। राम मंदिर के अधूरे निर्माण का और भाजपा की कार्यक्रम का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी और विपक्ष के नेताओं ने आपत्ति जताई है और 22 तारीख को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाने से इनकार कर दिया है।”
पोस्टर में लिखी गई पहली लाइन तो अयोध्या राम मंदिर के अयोजन का बहिष्कार कर रहे विपक्षी दल के नेताओं पर तीखा प्रहार था, तो दूसरी लाइन 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से जुड़ा है। पोस्टर में लिखा है कि “जो 22 को नहीं जाएंगे. वो 24 को नही आएंगे।” इसका सीधा सा मतलब यह है कि 22 जनवरी को अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है और जो इस कार्यक्रम में नहीं आएगा इसी तरह से वह 2024 के लोकसभा चुनाव में जीतकर नहीं आएगा।
पोस्टर के जरिए भाजपा नेताओं ने विपक्षी नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को चेतावनी दी है कि अगर वे अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए तो उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है।