भोपाल। कोरोना महामारी के साथ साथ अब देश में बर्ड फ्लू के भी घने बदल छा रहे है। इसी में कड़ी में अब देश के कई राज्य जैसे मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश ने पक्षियों की मौत के बाद सरकार भी सतर्कता बरतने लगी है। जिसके चलते मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग और मुख्य सचिव मनीष रस्तोगी संग आपात बैठक ली। साथ ही दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से मुर्गों की खरीद पर अस्थाई रोक लगाने का फैसला लिया है। साथ ही सीएम शिवराज के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इसकी जानकारी सांझा की गई।
सीएम ने कहा कि, ‘वर्तमान में मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू की गंभीर समस्या नहीं है, एहतियातन आवश्यक कदम उठाए गए हैं। भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस से ज़िलों को अवगत कराया गया है। दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से सीमित अवधि के लिए मुर्गों का व्यापार पर निगरानी रखी जाएगी।’ बता दे कि, यह अस्थाई रोक एहतियातन लगाई गई है। प्रदेश के तीन स्थान इंदौर, आगर मालवा और मंदसौर में कुछ कौवों की मृत्यु के पश्चात सावधानी के तौर पर आवश्यक कदम उठाए गए हैं।’
वर्तमान में मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू की गंभीर समस्या नहीं है, एहतियातन आवश्यक कदम उठाए गए हैं। भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइज़री से ज़िलों को अवगत कराया गया है। दक्षिण भारत के कुछ राज्यों से सीमित अवधि के लिए मुर्गों के व्यापार पर निगरानी रखी जायेगी।
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 6, 2021
आज ही, यह खबर सामने आई थी कि, मध्यप्रदेश के इंदौर में कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मंदसौर और आगर मालवा जिलों के कौवों के नमूनों में भी एच5एन8 संक्रमण पाया गया है। इसके साथ ही, प्रदेश के सात अन्य जिलों में मरे कौवों के नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है। वही बता दे कि, मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से 10 जिलों में 23 दिसम्बर से अब तक कौवों की मौत का आंकड़ा लगभग 400 पहुंच गया है।
हालांकि, प्रदेश सरकार का कहना है कि, मुर्गा और अंडे खाने से मानव स्वास्थ्य को खतरा नहीं है। मध्यप्रदेश में हो रही कौवों की मृत्यु पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिये प्रदेश सरकार ने सोमवार को बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया था।