खेती के हालात
बीकानेर, लूणकरनसर, श्रीडूंगरगढ़, नोखा और बज्जू क्षेत्रों में मूंगफली की खेती होती है। इस साल किसानों ने 2 लाख 80 हजार हैक्टेयर में मूंगफली की बुवाई की है। सही समय पर बारिश और कीटों या व्याधियों के प्रभाव न होने से प्रति हेक्टेयर उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है, जो अब 1.5 से 2 क्विंटल के बीच है। किसानों के अनुसार, प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादन 2100 से 2200 क्विंटल तक रह रहा है।
पिछले रिकॉर्ड को तोड़ने की संभावना
अनाज मंडी के व्यापारी मोतीलाल सेठिया का कहना है कि 2023 में मूंगफली की फसल कमजोर थी, जबकि 2022 में बीकानेर अनाज मंडी में एक करोड़ बोरी से अधिक मूंगफली का कारोबार हुआ था। साल 2024 में बीकानेर अनाज मंडी इस रिकॉर्ड को पार करने की उम्मीद कर रही है, जिसमें अनुमान है कि लगभग 1.25 करोड़ बोरी से अधिक मूंगफली की आवक होगी।
बुवाई क्षेत्र में वृद्धि
मूंगफली की बुवाई क्षेत्र में भी वृद्धि हुई है। 2022-23 में बुवाई क्षेत्र 2 लाख 73 हजार हेक्टेयर था, जबकि 2023-24 में यह बढ़कर 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर हो गया है, जो कि 7 हजार हेक्टेयर की वृद्धि दर्शाता है।
मंडियों में आवक
साल 2023-24 में अब तक मंडियों में 27 लाख 48 हजार 655 क्विंटल मूंगफली आ चुकी है, और सितंबर के अंत तक 19 लाख 9 हजार 947 क्विंटल मूंगफली की आवक हुई है। कुल मिलाकर, मंडियों में 40 लाख क्विंटल की आवक रहने की संभावना है। इस प्रकार, बीकानेर का मूंगफली उत्पादन इस साल उल्लेखनीय वृद्धि दिखा रहा है, जो न केवल स्थानीय किसानों के लिए लाभकारी है, बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान कर रहा है।