बिहार में एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है. बिहार में नीतीस कुमार के द्वारा प्रधानमंत्री की तारीफ करे जाने से बवाल मच गया है. वही भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने की अटकले भी तेज हो गई है. इस बीच तेजस्वी यादव का बड़ा बयान सामने आया है . तेजस्वी ने कहा कि आसानी से तख्तापलट नहीं होने देंगे और इतनी आसानी से दोबारा ताजपोशी नहीं होने देंगे. हालाकि इस पर जेडीयू नेता नीरज कुमार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि हमारी तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है इसका मतलब है कि आरजेडी के मन में चोर है.
इस राजनीतिक बवाल के बीच आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी भी नीतीश के रवैये से नाराज दिखे. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा लेकिन अभी तक नहीं समय मिला है. हमने नीतीश को हड़काया भी. कहा कि क्या बात है, मेरे लिये समय नहीं है. इस पर उन्होंने कहा कि आज बताते हैं. नीतीश कुमार इतिहास में किस तरह से नाम दर्ज करवाएंगे.
राजनीतिक उठापटक के बीच आरजेडी सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव काफी बेचौन नजर आ रहे हैं. इस बीच लालू ने नीतीश को करीब 5 बार फोन किया लेकिन नीतीश ने लालू का फोन नहीं उठाया जिससे नीतीश ने साफ संदेश दे दिया है कि, वो बीजेपी के साथ जाने वाले हैं. वही सियासी सियासी संकट से निपटने के लिए आज 1 बजे तेजस्वी यादव के सरकारी आवास 5 सर्कुलर रोड आवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है.
नंबर गेम की बात करें तो एनडीए गठबंधन में भाजपा के 78 विधायक हैं. जीतनराम मांझी की अगुवाई वाली हम पार्टी के 4 विधायक हैं. नीतीश कुमार को माइनस करके देखें तो एनडीए के विधायकों की संख्या 82 पहुंचती है. आंकड़ों के आइने में देखें तो एनडीए हो या महागठबंधन, नीतीश कुमार की पार्टी जिधर का रुख कर ले उधर आसानी से सरकार बन और बच जाएगी.