इंडेक्स अस्पताल की बड़ी सफलता, IVF में माता-पिता बनने का सपना हो रहा साकार

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इंदौर। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर में शुरुआत से ही मरीज़ों को सुविधाओं के साथ ही किफायती और बेहतर ट्रीटमेंट उपलब्ध हो रहा है। यहां का आईवीएफ सेंटर भी सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। आज के समय में कई कपल्स इनफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए आईवीएफ ट्रीटमेंट किसी वरदान से कम नहीं है। इस क्षेत्र में इंडेक्स अस्पताल के आईवीएफ सेंटर में प्रशिक्षित डॉक्टर्स की टीम के द्वारा मार्गदर्शन और उचित ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। गौरतलब है कि इंडेक्स में आने वाले हर मरीज को अच्छा ट्रीटमेंट मिले इसलिए इंडेक्स ग्रुप के चेयरमैन सुरेश सिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन श्री मयंकराज सिंह भदौरिया, इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जी. एस. पटेल एवं सभी स्वास्थ्य कर्मी सतत प्रयासरत है।

प्रसूति एवं स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. पूजा देवधर ने बताया कि “जब कोई महिला नैचुरली कंसीव नहीं कर पाती है तो इस स्थिति में आईवीएफ प्रक्रिया की मदद से उन्हें गर्भधारण करवाया जाता है। इसी दिशा में इंडेक्स अस्पताल के आईवीएफ सेंटर में प्रतिदिन आईवीएफ स्पेशलिस्ट डॉ. गजेन्द्र तोमर एवं डॉ. नीलम बागवाले परामर्श एवं जांचों के लिए उपलब्ध रहते हैं। पिछले 2 महीनों में 30 से ज्यादा दम्पति इंडेक्स के आईवीएफ सेंटर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुके हैं।

डॉ. देवधर आगे बताती हैं कि “पहले दंपत्ति जिनका सफल गर्भधारण हुआ है – श्रीमती अर्चना एवं श्री रविंद्र सेंधव। इनकी शादी को 11 वर्ष से ज्यादा का समय हो चुका था लेकिन इन्हें संतान सुख नहीं मिल पा रहा था। इन्होने कई अस्पताल में इलाज करवाया लेकिन उन्हें फायदा नहीं हुआ। ये इंडेक्स अस्पताल के आईवीएफ सेंटर में उपचार करवाने जनवरी 2021 में इंदौर आए थे। पहली आईवीएफ प्रक्रिया से श्रीमती अर्चना सेंधव ने फरवरी में सफल गर्भधारण किया और अभी वह 7 महीने गर्भवती है। खुशी की बात है कि माता एवं गर्भस्थ शिशु पूर्णतः स्वस्थ है।”

“दूसरे दंपत्ति में श्रीमती रजनी एवं श्री बलवंत कुमार है। श्रीमती रजनी की उम्र 29 साल है वे फरवरी 2021 में इंडेक्स अस्पताल के आईवीएफ सेंटर में उपचार के लिए आए थे। श्रीमती रजनी अपनी पहली संतान की दुःखद मृत्यु के बाद 3 साल से संतान प्राप्ति की कोशिश कर रही थी। वे ट्यूबल रीकैनलाइजेशन सर्जरी फेल होने के बाद आईवीएफ प्रक्रिया द्वारा गर्भधारण करने के इच्छुक थे। एक महीने के निरंतर इलाज के बाद 16 मार्च को श्रीमती रजनी ने पहले ही प्रयास में आईवीएफ प्रक्रिया द्वारा गर्भधारण किया एवं अभी वह 6 महीने गर्भवती है। साथ ही 6 महीने से निरंतर हमारे डॉक्टर्स की देखभाल में है।”