विशेष जन प्रतिनिधि अदालत ने बलात्कार के आरोपी और निलंबित जनता दल-सेक्युलर JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना की जमानत याचिका खारिज कर दी। वह अपने पिता एचडी रेवन्ना के साथ कर्नाटक के होलेनरसीपुरा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले में आरोपी हैं। यौन शोषण के मामले तब सामने आए जब 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हसन में रेवन्ना से जुड़े कथित अश्लील वीडियो वाले पेन ड्राइव प्रसारित किए गए। उनके खिलाफ ये मामले दर्ज होने के बाद JDS ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया।
33 वर्षीय रेवन्ना को वर्तमान में एक विशेष जांच दल द्वारा हिरासत में रखा गया है, जिसे यौन अपराधों में उनकी संलिप्तता के आरोपों की जांच के लिए स्थापित किया गया था। कथित तौर पर उन्हें दिखाने वाले अश्लील वीडियो 2024 के लोकसभा चुनावों से ठीक पहले सामने आए। पूर्व सांसद को 31 मई को जर्मनी से लौटने के तुरंत बाद गिरफ्तार किया गया था। जहां कर्नाटक पुलिस द्वारा उनके द्वारा कथित यौन शोषण के बारे में जांच शुरू किए जाने के बाद वे छिपे हुए थे।
27 अप्रैल को, हसन में मतदान के अगले दिन, वे जर्मनी के लिए रवाना हुए। इंटरपोल ने तब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के माध्यम से एसआईटी के अनुरोध पर उनका पता लगाने के लिए ‘लू कॉर्नर नोटिस‘ जारी किया। पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना को भी कई महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में एक पार्टी कार्यकर्ता पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में शनिवार को उन पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया, जिसमें ‘अप्राकृतिक अपराध‘ भी शामिल है।