इंदौर में हुए बड़े राजनीतिक फेर बदल के बाद से ही पूरे प्रदेश में अक्षय कांति बम काफी सुर्खियां बन गए हैं। बता दे कि, जिस तरह से उन्होंने आखिरी समय पर नामांकन फॉर्म वापस लेकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया और अगले ही पल उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन भी थाम लिया।
लेकिन भाजपा में जाने के बाद भी उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। 17 साल पुराने मामले में अक्षय कांति बम को बड़ा झटका लगा है इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी में उनके शामिल होने के बाद से पार्टी के कई बड़े नेता नाराज नजर आ रहे हैं।
अब खबर आ रही है कि कांग्रेस हर हाल में इंदौर लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहती है और इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा मोती सिंह पटेल ने खटखटाया है। जानकारी के लिए बता दें कि, मोतीसिंह ने अक्षय बम के फार्म बी को ही अपनी याचिका का आधार बनाया है।
इसमें कहा गया था कि यदि कांग्रेस का आधिकारिक प्रत्याशी नाम वापस लेता है या उसका नामांकन निरस्त होता है तो डमी केंडिडेट मोतीसिंह पटैल को प्रत्याशी माना जाए। बता दें कि चुनाव से पहले कांग्रेस और मोदी सिंह पटेल चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई जल्द से जल्द हो जाए। गौरतलब है कि, इंदौर से कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को लोकसभा प्रत्याशी बनाया था।