CM केजरीवाल का बड़ा ऐलान- बाढ़ प्रभावित परिवारों को 10,000 रुपये का मुआवजा देगी दिल्ली सरकार

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नई दिल्ली। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में लगातार हो रही बारिश की वजह से हालत बेकार हो गए है। पिछले दिनों राजधानी में यमुना नदी का रौद्र रूप देखने को मिला। कई निचले इलाकों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था। 45 साल के बाद एक बार फिर दिल्ली डूबने की कगार पर आ गई थी। लगातार बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर बढ़ गया। जिसने 1978 के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि दिल्ली सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को 10,000 रुपये देगी। राजधानी दिल्ली के सभी स्कूल दो दिन यानी 17 और 18 जुलाई को बंद रहेंगे। दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने यह निर्देश जारी किया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, दिल्ली के कई इलाकों में अभी भी पानी भरा है। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक ईस्ट, नॉर्थ ईस्ट, साउथ ईस्ट, नॉर्थ, नॉर्थ वेस्ट ओर सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के सभी स्कूल 16 और 18 जुलाई को बंद रहेंगे। शनिवार को बाढ़ का पानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के बाहर सड़क तक पहुंच चूका था। शनिवार को यमुना का वाटर लेवल कम हुआ और आज यमुना पर बने पुराने लोहे के पुल को रेल की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। लोक नायक एक्सप्रेस पुल खुलने के बाद ब्रिज से गुजरी हैं।

दिल्ली में यमुना का जलस्तर दोपहर 3 बजे 205.75 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि वह अभी भी डेंजर लेवल से ऊपर बह रही है। यमुना का डेंजर लेवल 205.33 मीटर है। मौसम विभाग ने आज भी दिल्ली, हिमाचल समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। यमुना काजलस्तर अब धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन अभी भी नदी खतरे के निशान से ऊपर है। बता दें की बीते 5 दिन से दिल्ली में बाढ़ की मार पड़ रही है।

राजधानी ही नहीं बल्कि पंजाब में बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते 14 जिलों के 1,058 गांव में बाढ़ की स्थिति है। पंजाब में बाढ़ के कारण लगभग 2.40 लाख हेक्टेयर धान की फसल को नुकसान हुआ है। पंजाब और हरियाणा में बाढ़ के चलते अब तक 57 लोगों की जान गई है। हरियाणा में पिछले 24 घंटे में 403 नये गांव और पंजाब में 115 गांवों में पानी भर गया है। हरियाणा के 1385 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। अब तक 13574 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। भगवंत मान ने घोषणा की है कि 83,000 हेक्टेयर से अधिक की फसल दोबारा बोई जाएगी। गांव में बाढ़ के चलते पशुओं की मौत की खबरें भी सामने आई हैं। हरियाणा के 13 जिले अभी भी बाढ़ की चपेट में है।