Jabalpur News: इन दिनों मध्यप्रदेश रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जहां सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले बाबू लोगों से पैसे मांग रहे हैं। पिछले 1 सप्ताह में रिश्वतखोरी के मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है ताजा मामला जबलपुर से सामने आया है।
जहां सिविल लाइन स्थित संभागीय कमिश्रर आफिस में मंगलवार को लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सहायक ग्रेड थ्री कर्मचारी महेंद्र कुमार मिश्रा को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। बाबू महेंद्र मिश्रा एसडीएम कोर्ट में लगे स्टे को हटवाने के 25 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। बता दें कि, बाबू 20 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था।
शिकायत मिलने के बाद जिसे लोकायुक्त टीम ने पकड़ा है। इस पूरे मामले के बारे में लोकायुक्त SP संजय साहू ने बताया, अभिषेक पाठक के बड़े भाई अजय कुमार पाठक का चौकीताल भड़पुरा में मकान है, जिस पर एसडीएम जबलपुर द्वारा बेदखली का आदेश किया गया था। अभिषेक पाठक ने बाबू महेंद्र को 20 हजार दी।
इसके बाद लोकायुक्त की टीम में प्लानिंग करते हुए बाबू को रंगे हाथ पकड़ लिया। महेंद्र कुमार मिश्रा कृषक लेने की खबर जैसे ही सामने आई तो जितने भी लोग उन्हें जानते थे वह सब हैरान रह गए किसी को भी यकीन नहीं हो पा रहा था कि महेंद्र कुमार मिश्रा इस तरह का काम कर सकते हैं। लेकिन रंगे हाथ पकड़ा जाने के बाद आखिर वह भी क्या कहते हैं।