इंदौर लोकायुक्त ने बडी कार्रवाई की है। जहां महिला एवं बाल विकास विभाग खंडवा में पदस्थ मनोज कुमार दिवाकर और एक अन्य आरोपी संजय जगताप को हिरासत में लिया है। दोनो आरोपियों ने आवेदक अमन राठौर से सरकारी योजना का लाभ दिलाने के एवज में 36000 रूपए की मांग की थी] जिसको लेकर शख्स ने लोकायुक्त मे शिकायत की थी।
दरअसल आवेदक अमन राठौर ने अगस्त 2023 में उसके द्वारा मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत आवेदन पत्र महिला एवम् बाल विकास विभाग कार्यालय खंडवा में दिया गया था ।आवेदक के पिता की मृत्यु होने से आवेदक एवं उसकी बहन के नाम से आवेदन कार्यालय द्वारा स्वीकृत किया गया था जिसमें प्रत्येक माह ₹4000 की राशि दोनों बच्चों की शिक्षा हेतु प्रथक प्रथक स्वीकृत की गई थी । इस योजना के तहत कोरोना महामारी में अथवा अन्य कारण से मां-पिता को खो चुके 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सरकार की ओर से हर महीने एक निश्चित राशि दी जाती है।
वहीं 7 माह के हिसाब से 56000 रु कार्यालय द्वारा आवेदक के खाते में अंतरित किये गए जिसमें से ₹36000 की कार्यालय में सामाजिक कार्यकर्ता के पद पर पदस्थ मनोज दिवाकर एवं कंप्यूटर ऑपरेटर संजय जगताप द्वारा इस कार्य को करने और भविष्य में भी ये राशि मिलती रहे इसके एवज़ में मांग की गई तथा पेमेंट नहीं देने पर योजना का लाभ आगे नहीं दिए जाने का कहा ।
जिसके बाद आवेदक ने पुलिस अधीक्षक ,लोकायुक्त कार्यालय इंदौर में शिकायत की । इसके बाद लोकायुक्त ने इस बात की पुष्टि की जिसमें बातचीत के दौरान आरोपीगण द्वारा 36000 रुपये लेना तय किया गया। आवेदन पत्र के सत्यापन एवं आरोपियों से हुई बातचीत के आधार पर आरोपी मनोज दिवाकर एवं संजय जगताप के विरुद्ध धारा 7 भ्रनिअ एवं धारा 120इ प्च्ब् का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया गया एवम् आज आरोपी मनोज दिवाकर को 36,000 रू की राशि लेने पर ट्रैप किया गया है।