भोपाल : पीएम-कुसुम “अ” योजना के तहत किसानों की मदद कर रहा हेलिओसिनर्जी

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भोपाल : देश के हर घर-व्यवसाय को सोलर से जोड़ने का सपना लेकर चल रही सॉफ्टवेयर आधारित सोलर सोल्यूशन प्रदाता कंपनी हेलिओसिनर्जी, भारतीय किसानों के लिए शुरू की गई पीएम-कुसुम “अ” योजना के तहत किसानों की भरसक मदद कर रही है। सोमवार को भोपाल में मीडिया को संबोधित करते हुए कंपनी के को-फाउंडर कृतिक गौड़ ने बताया कि हेलिओसिनर्जी किसानों को फाइनेंस से लेकर 25 सालों के इनस्टॉलेशन के साथ आवश्यक सोलर सिस्टम उपलब्ध कराये जा रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि हमारे उपक्रम सामान्य सोलर उपक्रम से 20% अधिक बिजली उत्पादित करते हैं, जिससे किसान सामान्य से ज्यादा मुनाफा कमाते हैं। कंपनी की कोशिश 2030 तक, हर घर को सोलर फिटिंग के माध्यम से सोलर एनर्जी से जोड़ना है। गौरतलब है कि कुसुम योजना 2022 के तहत पहले चरण में डीजल से चल रहे 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा, जिससे डीजल खपत कम होगी। कुसुम योजना के अंतर्गत जो भी सोलर पेनल लगाए जाएंगे, वो बंजर भूमि में लगाए जाएंगे, जिससे बंजर भूमि का भी उपयोग होगा व बंजर भूमि से भी आय प्राप्त होगी।

वहीं 2017-18 में सौर ग्रह के रूप में परीक्षण फर्म की स्थापना के बाद, हेलियोसिनर्जी ने 2018-19 में अपने पहले प्रोजेक्ट के साथ सोलर मार्केट में कदम रखा। कंपनी का दावा है कि उनके द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले प्रत्येक सोलर पैनल और इन्वर्टर के साथ, भारत एक स्थायी भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है। इसके साथ ही कंपनी सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपनी टीम में जरुरी मूल्यों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।

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हेलिओसिनर्जी प्रा. लिमिटेड एक पावर टेक और इनोवेटिव कंपनी है जो सॉफ्टवेयर संचालित पावर सोल्यूशन का निर्माण करती है, और सौर उत्पादन यानि माइक्रो इनवर्टर बैटरी स्टोरेज मॉड्यूल, वेब ड्रिवेन मॉनिटरिंग कंट्रोल्स और बड़े पैमाने पर सोलर प्रोजेक्ट्स को ईपीसी ठेकेदारों के रूप में संचालित करती है, जिसे इंडियन सोलर एक्ट की मदद करने के लिए प्रोजेक्ट किया गया है। कंपनी में जूनियर वैज्ञानिक, IIT, MBA विशेषज्ञ और वैश्विक दिग्गज शामिल हैं।

Source : PR