भाद्रपद मास प्रारंभ हो चुका है। भाद्रपद का अर्थ है, भद्र परिणाम देने वाले व्रतों का महीना। यह महीना लोगों को व्रत, उपवास, नियम और निष्ठा का पालन करवाता है। अपनी गलतियों को याद करके उनका प्रायश्चित करने के लिए यह सर्वोत्तम महीना है। मन को शुद्ध करने और पवित्र भाव भरने में यह महीना काफी कारगर है।
इसी महीने में गणेश चतुर्थी का बड़ा पर्व मनाया जाता है। श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव और कलंक चतुर्थी भी इसी महीने में आती है। इस बार भाद्रपद का महीना 23 अगस्त से 20 सितम्बर तक रहेगा। इस महीने कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्यौहार आते हैं। भाद्रपद मास के प्रमुख व्रत-त्योहार इस प्रकार हैं-
25 अगस्त बुधवार, सातुड़ी तीज व चतुर्थी व्रत चंद्रोदय रात्रि 9:10 बजे
27अगस्त शुक्रवार ,चांद छट व्रत{ऊब छट} चंद्रोदय रात्रि 10:15 बजे
30अगस्त सोमवार , श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
3 सितंबर शुक्रवार ,अजा एकादशी व्रत
4 सितंबर शनिवार, बछ बारस {गौवत्स पूजन} व शनि प्रदोष व्रत
5 सितंबर रविवार, मासिक शिवरात्रि
6 सितंबर ,सोमवार सोमवती अमावस्या,सती पूजन{राणीसती दादीजी पूजन}, कुशोत्पाटिनी तिथि , महाराष्ट्रीयन व गुजराती श्रावणमास व्रत पूर्ण
8 सितंबर ,बुधवार, चंद्र दर्शन दूज, रूणीजा रामदेवजी दूज
9 सितंबर गुरुवार ,हरितालिका तीज व्रत वराह जयंती
10 सितंबर शुक्रवार, गणेश चतुर्थी उत्सव
11 सितंबर शनिवार, ऋषि पंचमी व्रत
14 सितंबर मंगलवार,राधाअष्टमी ,भागवत सप्ताह प्रारंभ
17 सितंबर शुक्रवार, जलझूलनी डोल ग्यारस व वामन द्वादशी
18 सितंबर शनिवार, शनि प्रदोष व्रत
19 सितंबर रविवार, अनंत चतुर्दशी गणेश उत्सव पूर्ण
20 सितंबर सोमवार, पूर्णिमा व्रत, भागवत सप्ताह पूर्ण, महालय श्राद्ध पक्ष प्रारंभ, संध्या पूजा प्रारंभ