Success Story : आपने सुना ही होगा की किस्मत का लिखा कोई मिटा नहीं सकता, आज हमारे बीच कई लोग मौजूद है, जिन्होंने कभी एक समय की रोटी के लिए हर तरह का काम किया, लेकिन आज वे समाज के लिए मिशाल बने है। दरअसल, आज हम बात कर रहे हैं रेणुका आराध्या की, जिनकी स्टोरी लोगों के लिए किसी प्रेरणा के कम नहीं है। रेणुका आराध्या का जन्म बेंगलुरु के पास एक छोटे से गांव में हुआ था। उनके पिता एक पुजारी थे और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। रेणुका को पढ़ाई के लिए दूसरों के घरों में काम करना पड़ता था।
20 साल की उम्र की सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी
20 साल की उम्र में रेणुका ने शादी कर ली। शादी के बाद उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड, मजदूर, लैथ मशीन ऑपरेटर, प्लास्टिक फैक्टरी वर्कर जैसे कई तरह के काम किए, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।
ट्रैवल एजेंसी में की नौकरी
हार नहीं मानने वाले रेणुका ने ड्राइविंग सीखना शुरू किया। कुछ समय बाद उन्होंने एक ट्रैवल एजेंसी में नौकरी शुरू की। यहां उन्होंने विदेशी पर्यटकों को घुमाने का काम किया।
4 साल तक की ड्राइवर की नौकरी
4 साल तक ड्राइवर के रूप में काम करने के बाद रेणुका ने खुद की एक ट्रैवल कंपनी शुरू करने का फैसला किया। उन्होंने अपनी बचत और बैंक से कुछ मदद लेकर अपनी पहली कार खरीदी और प्रवासी कैब्स नाम से कंपनी की शुरुआत की।
आज है करोड़ो रुपए की कंपनी के मालिक
धीरे-धीरे रेणुका की कंपनी बढ़ती गई। उन्हें अमेज़ॅन, वॉलमार्ट जैसी बड़ी कंपनियों ने अपने लिए कैब बुकिंग का काम सौंपा। आज उनकी कंपनी का टर्नओवर 40 करोड़ रुपये है और इसमें डेढ़ सौ से ज्यादा लोग काम करते हैं। रेणुका आराध्या की कहानी एक प्रेरणादायक कहानी है। यह बताती है कि अगर किसी के पास मेहनत और लगन है तो वह किसी भी परिस्थिति में सफल हो सकता है।