नई दिल्ली। कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ किसान नेताओं की शुक्रवार को आठवें दौर की वार्ता जारी है। वही वार्ता शुरू होने से पहले ही भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार 700 बार भी बैठक करेगी तो हम करेंगे, लेकिन मांगें नहीं बदलेंगी। केंद्रीय मंत्रियों के साथ हो रही किसान संगठनों के नेताओं की इस बैठक में दो प्रमुख मुद्दों पर बातचीत होगी, जो तीन कृषि कानून और एमएसपी से जुड़े हैं। बता दे कि, ये बैठक विज्ञान भवन में दोपहर दो बजे से शुरू हो चुकी है, जिसके लिए राकेश टिकैत भी शामिल है।
वही वार्ता से पहले राकेश टिकैत ने कहा कि, सरकार 700 बार भी बैठक करेगी तो हम जाएंगे और एक ही मांग रखेंगे। किसानों की मांग बदल नहीं जाएगी। सरकार को मांगों को वापस लेना होगा और आज भी हम यही बात करेंगे। इसके अलावा कोई और बात नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, हम तो मई 2024 तक आंदोलन करने का रोड मैप बना रहे हैं। हम ऐसी प्लानिंग कर रहे हैं ताकि खेती भी चलती रहेगी और आंदोलन भी चलता रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि, किसानों ने सरकार से कह दिया है हमें ये कानून नहीं चाहिए, आप कानून खत्म करें।
कृषि कानूनों के खिलाफ गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "आज की बैठक में हम उम्मीद करते है कि आज शायद फैसला आ जाए, लेकिन अगर फैसला नहीं आया तो जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हमारा आंदोलन बढ़ता रहेगा, हम पीछे नहीं हटेंगे।" pic.twitter.com/avKAwS6ZBX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2021
राकेश टिकैत ने कहा कि, हमारे पास कोई फॉर्मूला तो है नहीं। सरकार के पास बहुत ज्ञानी लोग है और वो फॉर्मूला लेकर आएंगे। हमने सरकार को बता दिया है बिल वापसी, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून और स्वामी नाथन की रिपोर्ट के बिना बात नहीं बनेगी।