Dhanteras 2023 : हिंदू पौराणिक मान्यताओं और ग्रंथों के आधार पर धनतेरस का त्यौहार कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। दिवाली का प्रथम दिन ‘धनतेरस’ के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। धनतेरस के दिन गोल्ड सिल्वर की शॉपिंग करना अत्यंत ही शुभ माना जाता है। वहीं इस दिन खरीदारी करने से जातक के घर में सुख समृद्धि का आगमन होने लगता है।
धन तेरस पर सोना, चांदी और बर्तन खरीदने से पूरे वर्षभर खुशहाली और संपन्नता बनी रहती है। दीपोत्सव का पर्व दीपावली धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर खत्म होता है।
इस दिन धन के देवता भगवान धनवंतरि की विशेष पूजा आराधना की जाती है। जहां हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र-मंन्थन के वक्त भगवान धन्वन्तरि अमृत कलश लेकर उत्पन्न हुए थे। जिसके चलते इस दिन को धूमधाम के साथ मनाया जाता हैं।इस दिन सोने, चांदी के गहने, बर्तन आदि खरीदना शुभ माना जाता है।
चलिए बात करते हैं नवंबर माह की तो इसके आते ही मार्केट में इसकी जोरदार भीड़ देखने को मिलना प्रारंभ हो जाती हैं। इससे मार्केट में भी काफी ज्यादा तादाद में चकाचौंध बढ़ जाती है। मगर इस वर्ग धनतेरस के ठीक एक दिन पहले ऐसा अद्भुत और शुभ संयोग बन रहा है, जो शॉपिंग के लिए धनतेरस से भी सर्वश्रेष्ठ दिन माना जा रहा है। दरअसल एक मशहूर ज्योतिषविद् के मुताबिक धनतेरस 10 नवंबर को मनाया जाएगा है। लेकिन उससे पूर्व 4 और 5 नवंबर को पुष्य नक्षत्र का अद्भुत और बेहद खास संयोग बन रहा है। इस दिन पुष्य नक्षत्र समेत कई अन्य शुभ संयोगों कब भी निर्माण हो रहा हैं। वहीं पुष्य नक्षत्र योग को गोल्ड-सिल्वर, जमीन, घर और प्रॉपर्टी की शॉपिंग के लिए अत्यंत ही शुभ माना गया है।
इस दिन करें धनतेरस की शॉपिंग
दरअसल पंडितों के मुताबिक 4 नवंबर को बुधादित्य योग, पराक्रमी योग और साध्य योग का खास निर्माण होने जा रहा है। जबकि उसके नेक्स्ट डे यानि कि 5 नवंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग का दुर्लभ योग बन रहा है। ऐसे में इस शुभ संयोग पर मां महालक्ष्मी के साथ-साथ अपने आराध्य देव या देवी की पूजा करने से घर आंगन में बरकत आती है। इस दिन रवि पुष्प योग होने से सर्वार्थ सिद्धि योग का अतिशुभ संयोग बन रहा है। ऐसे अद्भुत संयोग में सोना-चांदी, गहने आभूषणों, भूमि-भवन, पूंजी निवेश, व्यापर आरंभ, बहुमूल्य धातुओं, गाड़ी, वस्त्र, बर्तन आदि की शॉपिंग करना अत्यंत शुभकारी और मंगलकारी रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को बेहद शुभ और हितकारी के साथ पोषण, एनर्जी, पावर प्रदान करने वाला नक्षत्र माना गया है।