आईआईएम इंदौर में जीएमपीई 12 और जीएमपीई 13 की बैच का हुआ समापन

Suruchi
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आईआईएम इंदौर द्वारा यूएई और जीसीसी राष्ट्रों में प्रस्तुत कार्यकारी अधिकारियों के लिए सामान्य प्रबंधन कार्यक्रम (जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम फॉर एग्जीक्यूटिव्स – जीएमपीई) बैच 12 (जीसीसी) और बैच 13 का समापन समारोह 29 फरवरी, 2024 को आयोजित हुआ। आईआईएम इंदौर परिसर में आयोजित इस समारोह में कुल 73 प्रतिभागियों को निदेशक प्रो. हिमाँशु राय द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर मनीष पोपली, अनिसुमा ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के निदेशक  मनोहर पंजाबी और अनिसुमा प्रशिक्षण संस्थान के संस्थापक निदेशक डॉ. महेश चोटरानी भी उपस्थित रहे।

बैच 12 में 27 पुरुष प्रतिभागी और एक महिला प्रतिभागी शामिल थीं। ये अधिकारी सऊदी अरब, कतर, कुवैत, ओमान और बहरीन से थे। बैच 13 में संयुक्त अरब अमीरात से 34 पुरुष प्रतिभागी और 11 महिला प्रतिभागी शामिल हुईं। अपने संबोधन में प्रो. राय ने आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में निरंतर सीखने और व्यावसायिक विकास के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को तीन मूल सिद्धांतों में गहराई से उतरने के लिए प्रोत्साहित किया: धैर्य, आत्मनिरीक्षण और समभाव। उन्होंने सलाह दी, ‘सुनिश्चित करें कि आपके जीवन में अनुशासन हो – और इसके लिए आपको साहस की आवश्यकता है।

जीवन की असंख्य चुनौतियों से निपटने के लिए साहस, अनुकूलनशीलता और धैर्य अपरिहार्य गुण हैं,’ उन्होंने सभी प्रतिभागियों को दृढ़ संकल्प के साथ विपरीत परिस्थितियों का सामना करने का आग्रह किया। आत्मनिरीक्षण के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘उद्देश्य पर चिंतन करना, सार्थक जीवन लक्ष्य निर्धारित करना, और जो वास्तव में मायने रखता है उसका सार समझना व्यक्तिगत विकास और पूर्ति के लिए आवश्यक अभ्यास हैं।’ उन्होंने कहा कि वर्क-लाइफ बैलेंस कठिन हो सकता है, लेकिन सचेतनता हमें वर्तमान क्षण को पूर्णता से जीने में मदद करती है।

उन्होंने सभी से कहा, कि हम सभी ने विनम्रता विकसित करने, जीवन के लिए कृतज्ञता व्यक्त करने और सभी के प्रति करुणा का भाव रखने का सन्देश दिया। सभी प्रतिभागियों को उन्होंने प्रतिदिन नई स्पष्टता और उद्देश्य के साथ अपने अगले अध्याय को शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कार्यक्रम की पूरी अवधि के दौरान प्रतिभागियों के समर्पण और प्रतिबद्धता की सराहना की और अपने संबंधित संगठनों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए अपने नए ज्ञान और कौशल का लाभ उठाने के महत्व पर प्रकाश डाला।

प्रो. मनीष पोपली ने कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत और दृढ़ता को स्वीकार करते हुए, स्नातक होने वाले प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। साथ ही, उन्होंने चुनौतियों को स्वीकार करने और विकास की मानसिकता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया। ‘हमेशा याद रखें कि आपने यह कार्यक्रम क्यों चुना, वे सभी क्षण याद रखें जब आप इस कार्यक्रम के दौरान सीखी गई बातों को अपने कार्यस्थल पर लागू कर के बदलाव ला सके और उन सभी मित्रों को याद रखें जो आपने इस कार्यक्रम के दौरान बनाए हैं’, उन्होंने प्रतिभागियों को सलाह दी।

मनोहर पंजाबी ने प्रतिभागियों को व्यापक और प्रभावशाली शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए आईआईएम इंदौर और अनिसुमा प्रशिक्षण संस्थान के सहयोगात्मक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने स्नातकों को कार्यक्रम से प्राप्त मूल्यवान अंतर्दृष्टि का लाभ उठाते हुए विकास और नवाचार के अवसरों की तलाश जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. महेश चोटरानी ने जीएमपीई कार्यक्रम की सफलता के लिए इस प्रयास में शामिल सभी हितधारकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को उनकी नेतृत्वकारी भूमिकाओं में उत्कृष्टता हासिल करने और संगठन को सशक्त बनाने में कार्यकारी शिक्षा के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले समूहों को भी पुरस्कृत किया गया।

पिछले कुछ वर्षों में, संयुक्त अरब अमीरात और जीसीसी देशों में आईआईएम इंदौर के एलुमनाई की संख्या 800 से अधिक हो चुकी है। विश्व स्तर पर अधिकारियों के साथ ज्ञान और विशेषज्ञता साझा करने की संस्थान की प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, आईआईएम इंदौर ने यूएई और जीसीसी देशों में विविध प्रकार के पाठ्यक्रम पेश किए हैं। इनमें सीनियर लीडर के लिए एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम से लेकर दुबई में अधिकारियों के लिए जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम सहित कई और पाठ्यक्रम शामिल हैं।

आईआईएम इंदौर की पेशकश विभिन्न डोमेन की जरूरतों को पूरा करती है। इसके अतिरिक्त, संस्थान डिजिटल दुनिया में रणनीतिक वित्तीय प्रबंधन कार्यक्रम और रणनीतिक विपणन प्रबंधन कार्यक्रम जैसे विशेष कार्यक्रम भी प्रदान करता है, जिससे अधिकारियों को अत्याधुनिक अंतर्दृष्टि और कौशल तक पहुंच सुनिश्चित होती है। ये कार्यक्रम विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला सम्मिलित करते हैं, जिससे प्रतिभागियों को उनकी नेतृत्व क्षमताओं को विकसित करने और आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में संगठनात्मक सफलता प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाते हैं।