धार : केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल आज शाम अचानक भोजशाला पहुंचे जहाॅं उन्होंने इस स्मारक का अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होने इस स्मारक की जानकारी भी अधिकारियों से प्राप्त की। इस स्थल को देखा है और जानकारी प्राप्त की है। इस अवसर पर आपने कहा कि भारत सरकार के माल्यूमेंट्स है वहां पर मूलभूत सुविधाएं हम करने जा रहे है ताकि परिवार के साथ पहुंचने वाले सदस्यों को वहां बेहतर सुविधा मिल सके।
आपने भोजशाला में सरस्वती की मूर्ति लाने के प्रश्न पर कहा कि उसकी कार्यवाही चल रही है और शीघ्र मूर्ति भारत आएंगी। इस संबंध मे श्री पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा की ‘ ‘15 तारीख तक हमारे सभी एसआई के स्मारकों को हमने बंद रखा है। आज से फिर 10 दिन की कोरोना की महामारी के कारण इसे बंद रखने का निर्देश दिया है। इसलिए खाली समय में स्मारकों का रखरखाव व स्मारकों की जनसुविधाएं दो चीजों पर लगातार काम चल रहा है।
जब पर्यटक आता है तो उनके साथ परिवार होता है जो दूध पीते बच्चे है ऐसी जो जन सुविधा है उन स्मारकों के आसपास है या नहीं। वैसे मैंने इस स्मारक को देखा इस स्मारक में कहीं कोई जनसुविधा का कोई स्थान नहीं है। अगर किसी को लघुशंका को जाना है या किसी के साथ छोटा बच्चा है ऐसी चीजे नही है। हमने ताजमहल से शुरू किया था कि बच्चे जो दूध पीने वाले बच्चे है उनके अलग से किडिंग सेंटर हो। ऐसा हमने देश के टिकटिंग माल्यूमेंट्स पर हमने व्यवस्था की है। जो भी टिकटिंग माल्यूमेंट्स है जहां पर लाईट, लाईट एण्ड साउंड है उन स्मारकों को हमने 9 बजे तक खोलने का तय किया है।
साथ में अगर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन तैयार है अवधि 10 बजे तक बढ सकती है क्योंकि रात्रि के समय में कानून व्यवस्था भी एक समस्या है। एसआई के माल्यूमेंट्स सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुलते थे वहीं नही है। जहां पर लाइट, लाइट एण्ड साउण्ड दोनो सुविधा है वह अब रात 9 बजे तक खुल सकते है। ऐतिहासिक तौर पर जो तथ्य होते है एसआई उसी को मान्यता देते है। ये सौभाग्य है कि पहले एक हिन्दू धार्मिक स्थान था, उसे तोड़ने के बाद यह परिस्थिति बनी है। ये सौभाग्य है कि देश में कई ऐसे स्थान है जिनमें धार में भोजशाला भी है। मंत्रालय ने उस पर पत्राचार किया है मुझे विश्वास है बहुत जल्दी वह प्रतिमा भारत में होगी।’’