इंदौर । वरिष्ठ समाजसेवी एवं कांग्रेस नेता राजा मंघवानी ने प्रदेश सरकार के द्वारा पटवारी परीक्षा के परिणामों पर रोक लगाए जाने के फैसले की निंदा की है । उन्होंने आज यहां जारी किए गए एक बयान में कहा कि इस परीक्षा में जिन विद्यार्थियों के द्वारा विषम स्थितियों में मेहनत कर सफलता हासिल की गई है उनके साथ अन्याय नहीं किया जाना चाहिए । आवश्यकता इस बात की है कि प्रदेश सरकार की ओर से इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी को चिन्हित किया जाए और गड़बड़ी करने वालों को दंडित करने की दिशा में काम किया जाए ।
मंघवानी ने कहा कि पटवारी परीक्षा का परिणाम व्यापम घोटाले की तरह एक बड़े घोटाले के रूप में पूरे प्रदेश के सामने आ रहा है । इस परीक्षा के परिणाम पर रोक लगाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने आपको और अपनी सरकार को क्लीन चिट नहीं दे सकते हैं । जरूरत इस बात की है कि जिस जिस स्तर पर गड़बड़ी हुई है उसे चिन्हित करते हुए दंडित करने के लिए सरकार सामने आए । अभी तक सरकार के द्वारा जो रुख अपनाया जा रहा है वह यह बताता है कि सरकार पूरे मामले में लीपापोती करते हुए मामले को ठंडा करना चाहती है । सरकार की मंशा किसी भी दोषी को दंडित करने की नजर नहीं आती है ।