सत्य की राह कठिन जरूर है संघर्ष भी लंबा चलता है लेकिन सत्य पर चलने वालो की कभी पराजय नही होती। सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। इसलिए संघर्ष आए तो घबराना नहीं ठोकरो से ही महान व्यक्तिव का निर्माण होता है।
यह विचार कनकेश्वरी गरबा मैदान पर श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के द्वारा मंगलवार को व्यक्त किए गए। बागेश्वर सरकार का जादू कनकेश्वर मैदान पर खूब बिखर रहा है भजनों के सुमधुर प्रस्तुति में हर कोई मुक्त और भक्तिमय नजर आ रहा है। मंगलवार को महा आरती में अक्षत रामचंद्र चौधरी आदि मौजूद थे। व्यास पीठ से श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि अहंकार और घमंड किसी का नहीं चला। रावण को अहंकार था और उसका अहंकार इतना ज्यादा हो गया कि वह सत्य का भान नहीं कर पाया और उसके घर कोई दीपक जलाने वाला तक नहीं बचा। कौरव सौ भाई थे एक भी नहीं बचा जबकि पांडव सत्य के साथ थे और पांचो महायुद्ध में सही सलामत रहे।
सही बात का प्रचार करने में जिंदगी लग जाती है
व्यास पीठ से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने कहा कि बुरी बात जल्दी फैलती है, बुरी संगत आकर्षित करती है जबकि सही बात का प्रचार करने में पूरी जिंदगी बीत जाती है जरूरत है धैर्य रखने की सत्य के मार्ग पर चलने की सही दिशा में सही कदम बढ़ाएंगे तो सफलता में देर लगेगी लेकिन मिलेगी निश्चित।
भगवान को भक्त का भाव भुखे वह गुण ज्ञान और रूप नहीं देखते
व्यास पीठ से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भगवान गुण -अवगुण नहीं देखे ज्ञान- अज्ञान नहीं देखते, रूप- जाति को नहीं देखते । वह तो भक्त के प्रेम को देखते हैं और भगवान को जो सच्चे मन से याद करता है वह उसके हो जाते हैं। भगवान तो भाव के भूखे हैं।