बदलापुर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में हुई घटना के बाद लोगों में आक्रोश है. स्कूल के शौचालय में एक सफाई कर्मचारी ने दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया। इस घटना के विरोध में कल बदलापुर में बड़ा जन प्रदर्शन हुआ. सुबह से लेकर शाम तक यह आंदोलन चलता रहा। उस स्कूल के प्रांगण में काफी भीड़ जमा हो गयी थी. लोग रेलवे स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस पर पथराव किया गया. आंदोलन वापस लेने के लिए सरकार की ओर से मंत्री गिरीश महाजन वहां आये थे. आख़िरकार जब प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक से नहीं हटे तो पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं. बदलापुर में हुए इस जन आक्रोश ने सरकार को हिलाकर रख दिया. इस घटना के दुष्परिणाम आज भी देखने को मिलते हैं।
सरकार डैमेज कंट्रोल मोड में है. बदलापुर स्कूल हादसे से सबक लेते हुए मुंबई उपनगर पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने बड़ा ऐलान किया है. सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि बदलापुर स्कूल में जो हुआ वह दोबारा न हो. सरकार डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है. वहीं दूसरी ओर इस घटना पर राजनीति भी शुरू हो रही है. विपक्षी दल सरकार को घेरे में रखे हुए हैं. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास रामगिरि महाराज से मिलने का समय है. लेकिन सुषमा अंधारे ने आलोचना की कि उनके पास पीड़ित लड़की के घर जाने का समय नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था खराब करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जिम्मेदार हैं.
मुंबई उपनगर के संरक्षक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने क्या घोषणा की है?
– मुंबई के हर शिक्षण संस्थान में महिला शौचालयों के पास महिला स्टाफ नियुक्त करने के आदेश दिए गए हैं.
– हर स्कूल में शुरू किया जाएगा आत्मरक्षा अभियान,
– स्कूल के हर कर्मचारी का पुलिस वेरिफिकेशन कराने का आदेश.
– कर्मचारियों में बस चालक, वाहक, सुरक्षा कर्मचारी, कैंटीन कर्मचारी शामिल हैं।
– स्कूल में महिला अभिभावकों और स्कूल के वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति स्थापित की जाएगी.
– बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य की हर माह समीक्षा की जाएगी।