DLS मैथड…यह शब्द तो आपने क्रिकेट मैचों के दौरान कई बार सुना होगा। क्रिकेट में आज भी बारिश के बाद मैच का परिणाम निकलने के लिए डकवर्थ-लुईस-स्टर्न पद्धति का प्रयोग किया जाता है। इस मैथड की खोज करने वाले फ्रेंक डकवर्थ का निधन हो गया है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, मैच में जब भी बारिश की संभावना होती है तो सबकी निगाहें उस मैथड पर टिक जाती हैं, जिसकी खोज फ्रेंक डकवर्थ और टोनी लुईस ने की थी।
लेकिन अब इस नियम को बनाने वाले फ्रैंक डकवर्थ का निधन हो गया है। वो 84 साल के थे। 4 साल पहले टोनी लुइस का भी निधन हो चुका है। टोनी लुईस का 2020 में 78 साल की उम्र में ही निधन हो गया था। डकवर्थ ने अपने साथी सांख्यिकीविद् टोनी लुईस के साथ मिलकर डीएलएस पद्धति को तैयार किया था। इंटरनेशनल क्रिकेट में यह नियम 1997 में लागू हुआ था।
1999 के वनडे वर्ल्ड कप के दौरान इसे पूरी तरह से लागू किया गया था। उन्हें 2010 में MBE (मेंबर ऑफ ब्रिटेश एम्पायर) अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, T20 वर्ल्ड कप 2024 के सुपर 8 मैच में अफगानिस्तान का सामना बांग्लादेश से हुआ था।
इस मैच में भी बारिश ने दखल दिया था। जिसके बाद डकवर्थ-लुईस नियमों का प्रयोग किया गया था। 2014 में डकवर्थ और लुईस रिटायर हो गए थे। इसके बाद इस नियम का नाम बदल कर डीएलएस कर दिया गया था। यह मैथड 3-डायमेंशनल है, यानी कि इसकी गणना रन, विकेट और ओवर पर बेस्ड होती है।