भोपाल : मध्यप्रदेश के आयुष विभाग ने बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिये “आयुष बाल कषायम” तैयार किया है। आयुष (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे और प्रमुख सचिव श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख को “आयुष बाल कषायम” का सेम्पल प्रोडक्ट आज पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ. उमेश शुक्ला ने सौंपा। भारत सरकार के मापदण्ड अनुसार यह प्रोडक्ट तैयार किया गया है। शासन स्तर से स्वीकृति मिलने के बाद इसे सभी के लिये उपलब्ध करवाया जायेगा। यह प्रोडक्ट कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने में कारगर साबित होगा।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने आज आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान की साधारण सभा की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद राज्य मंत्री श्री कावरे, प्रमुख सचिव श्रीमती देशमुख और संभागायुक्त श्री कवीन्द्र कियावत ने महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने बैठक में कहा कि कोरोना काल में लोगों ने आयुष विधा के महत्व को समझा और अपनी दिनचर्या में अपनाया है। योग और आहार-विहार के प्रति भी लोग सजग हुए हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी आयुष विधा को जोड़ा जा रहा है। आयुष ने हर्बल एवं पंचकर्म की सुपर स्पेशियलिटी में भी काम कर अपनी अलग पहचान बनाई है। कोरोना काल में कम व्यवस्था के बाद भी मेहनत और लगन से काम कर विभाग के अधिकारियों और डॉक्टर्स ने लोगों में अपना विश्वास अर्जित किया है।
राज्य मंत्री श्री कावरे ने कहा कि आयुर्वेद का रजिस्ट्रार कार्यालय भी परिसर से ही संचालित हो, जिससे एक ही कैम्पस में सभी सुविधा प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि आयुष ग्राम में शिविर आदि के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाये। शिविर में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो और एक डाटाबेस तैयार किया जाये। श्री कावरे ने निर्देश दिये कि रुके हुए काम को गति दें और कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करें।