इंदौर में होगा अयोध्या की माटी और सरयू जल का पूजन, 36 घंटे प्रज्वलित रहेगी मैसूर से मंगवाई गई धूपबत्ती

Deepak Meena
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• संस्था सार्थक की ऐतिहासिक आध्यात्मिक पहल

• श्री रामलला के मन्दिर स्थल से मंगवाईं माटी का भी होगा पूजन

• परिवारों को वितरित होगा पवित्र सरयू नदी का जल

इंदौर : इंदौर के आध्यात्मिक आभामंडल में नए उजास के लिए संस्था “सार्थक” एक नई पहल कर रही है। संस्था के प्रमुख दीपक जैन जैन ने बताया कि संभवत: देश के अकेले और अनोखे आयोजन में सरयू जल पूजन के साथ अयोध्या की माटी की अर्चना का अवसर भी इंदौरवासियों को मिलेगा। आगामी रविवार, 21 जनवरी को प्रातः 11 बजे, बड़ा गणपति मंदिर पर आयोजित विशेष समारोह में परिवारों को पवित्र सरयू नदी का जल भी वितरित किया जाएगा। इस पवित्र सरयू जल से 22 जनवरी को रामभक्त अपने घरों पर भगवान श्रीराम का अभिषेक कर सकेंगे। संस्था के अध्यक्ष नितेश मुछाल व अंकित रावल ने बताया कि आयोजन का विशेष आकर्षण होगा लगातार 36 घंटे जलने वाली मैसूर से मंगवाई गई विशेष धूपबत्ती है। इसे संत-महात्माओं और कार सेवकों की उपस्थिति में प्रज्वलित किया जायेगा।

इंदौर से अयोध्या तक कि साईकल से यात्रा पूर्ण करने वाले साइकिलिस्ट पारस जैन द्वारा पवित्र सरयू नदी का जल और माटी को इंदौर लाया गया है। संस्था सार्थक के प्रमुख दीपक जैन “टीनू” ने बताया कि अयोध्या में भव्य, दिव्य और नव्य मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के शुभ प्रसंग पर मां अहिल्‍या की नगरी इंदौर भी उमंग, उत्साह और उल्लास में डूबी हुई है। धर्मनगरी इंदौर के हजारों रामभक्त अयोध्या जाने की कामना और संकल्प ले चुके हैं। लेकिन, व्यवस्थाओं और सुरक्षा कारणों से यह संभव नहीं हो पा रहा है। मां अहिल्‍या की नगरी के इसी भाव को भक्ति के नए सागर में प्रवेश करवाने के लिए संस्था ने यह पहल की है।

मैसूर की सुगंध में धर्ममय होगा इंदौर
संस्था के सचिव विवेक जैन व गौरव नाहर ने बताया कि मैसूर की अगरबत्तियां धार्मिक जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। ये अगरबत्तियां अपनी विशेष गंध, रंग और डिजाइन के लिए भी प्रसिद्ध हैं। इन अगरबत्तियों की अद्वितीय गंध से शांतिपूर्ण और प्रेरणादायक वातावरण का निर्माण होता है। ये अगरबत्तियां अपने रंग-रूप में भी अद्वितीय हैं। साथ ही, आकृतियों और शैलियों के लिए भी प्रसिद्ध हैं।