इंदौर। आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा इंदौर को रेबिज फ्री सीटी बनाने के क्रम में रेबिज सीटी टास्क फोर्स की सीटी बस आफिस मे समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में अपर आयुक्त मनोज पाठक, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएस सैत्या, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमित मालाकार, डॉ. अखिलेश उपाध्याय, डॉ. उत्तम यादव, डॉ अंशुल मिश्रा, महामारी विशेषज्ञ सहयोगी संस्था पाथ के प्रतिनिधि व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
आयुक्त हर्षिका सिंह द्वारा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से प्रस्तुत प्रेजेटेशन में शहर के चिन्हित स्थानो पर हो रही अधिक डॉग बाईट को नियंत्रित करने के लिये निगम स्वास्थ्य अधिकारियो को ऐसे स्थानो की विजिट कर, डॉग बाईट के हॉट स्पॉट क्षेत्र में नागरिको को जागरूक करने के साथ ही नगरीय क्षेत्र में वर्कशॉप का आयोजन करने के निर्देश दिये गये। शहर को रेबिज फ्री सीटी बनाने के लिये शहर वासियों को डॉग बाईट होने के उपरांत आवश्यक बचाव व उपचार के संबंध में वर्कशॉप का आयोजन करने के साथ ही उक्त वर्कशॉप में विस्तार से जानकारी देने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
इसके साथ ही आयुक्त द्वारा शहर में सहयोगी संस्थान पाथ व अन्य संस्थानो के माध्यम से डॉग बाइट हेतु जागरूकता अभियान चलाने, शहर के ऐसे स्थान जहां पर ज्यादा डॉग बाईट की शिकायत प्राप्त हो रही है, ऐसे स्थान पर निगम द्वारा अभियान चलाकर आवश्यकतानुसार वेक्सीनेशन करने के संबंध में भी निर्देश दिये गये।
आयुक्त सिंह ने बताया कि संपूर्ण प्रदेश में इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, रतलाम में रेबिज फ्री सीटी हेतु अभियान चलाया जा रहा है, उक्त अभियान का उददेश्य नागरिको की सुरक्षा के साथ ही पशु सुरक्षा है। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रेजेटेशन के माध्यम से बताया गया कि भारत में रिपोर्ट किए गए रेबीज के मामलों और मौतों में से लगभग 30-60 प्रतिशत है, लोगों में रेबीज की रोकथाम के लिए श्वान का टीकाकरण सबसे किफायती रणनीति है।