100 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की बेशकीमती जमीन का कब्ज़ा अब जल्द ही प्राधिकरण किया जाएगा। यह प्रेस कॉम्प्लेक्स के पीछे और अयोध्यापुरी से लगी जमीन हैं। भुली बाई हीरालाल टांक सार्वजनिक एवं पारमार्थिक न्यास यानी ट्रस्ट को योजना 77 में शामिल ग्राम खजरानी की 1.684 हैक्टेयर जमीन अनुबंध के तहत शैक्षणिक और स्वास्थ्य उपयोग लिए सौंपी गई थी लेकिन बाद में जमीनी जादूगरों ने इस जमीन का व्यवसायिक उपयोग करने की मंशा के चलते अभिन्यास मंजूर करवा लिए। कुछ समय पूर्व इस घोटाले का उजागर हुआ था फिर कलेक्टर मनीषसिंह ने जांच शुरू करवाई। कल प्राधिकरण बोर्ड ने ट्रस्ट के साथ किए गए इकरारनामे को निरस्त करके जमीन का कब्जा हासिल करने का प्रस्ताव स्वीकार कर दिया।
पिछले कुछ दिनों पहले पुलिस-प्रशासन ने जमीनी जादूगरों के खिलाफ अभियान शुरू किया। इसके बाद कलेक्टर मनीष सिंह को ट्रस्ट के इस फर्जीवाड़े की खबर मिली और उन्होंने जांच शुरू करवाई। वहीं सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने कलेक्टर मनीषसिंह को पत्र लिखकर ट्रस्ट के साथ हुए अनुबंध और शर्तों की जानकारी दी।
बता दें शहर के एक बिल्डर ने ट्रस्टियों के साथ इस जमीन पर व्यवसायिक निर्माण का प्रोजेक्ट तैयार किया। जिसे वॉल स्ट्रीट बिजनेस पार्क नामा दिया और इसी के साथ आशय का विशाल साइन बोर्ड भी लगा है। इस प्रोजेक्ट में आला पुलिस अफसर के बेटेकी भागीदारी रही। इसके बाद बिल्डर से झगड़े हो गए और फिलहाल उक्त पुलिस अधिकारी भी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। जानकारों की माने तो इस प्रोजेक्ट को कुछ समय पूर्व एक अन्य चर्चित बिल्डर ने टेक ओवर भी कर लिया था।