इंदौर : इंदौर (Indore) में आयकर विभाग (Income Tax Team) की टीम ने बीते दो दिन में करीब 7500 करदाताओं को नोटिस (Notice) जारी किया है। बताया जा रहा है कि जिन्हें भी नोटिस जारी किया गया है वे सभी टैक्स आडिट वाली श्रेणी में आते हैं। बड़ी बात ये है कि इन सभी लोगों ने ना तो आयकर विभाग से कोई दगा किया है न ही रिटर्न में आय छुपाने की कोशिश की। इतना ही नहीं इन सभी के आडिट में भी कोई गड़बड़ी नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग के नए पोर्टल और सॉफ्टवेयर में कुछ दिक्कत की वजह से ये सब हुआ है। दरअसल, एंट्री समझने में परेशानी और प्रोसेसिंग में आ रही दिक्कतों के चलते कई करदाताओं को थोकबंद नोटिस भेजा गया है। ऐसे में अब इन सभी से रिटर्न संशोधित करने के लिए कहा जा रहा है।
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भले ही नोटिस करदाताओं को मिले हो लेकिन इसका सीधा असर हजारों चार्टर्ड अकाउंट्स पर पड़ गया। दरअसल, आयकर के सेंट्रल प्रोसेसिंग सेंटर से जारी हुए इन नोटिस में ये साफ़ कहा गया है कि रिटर्न रिवाइज किया जाए। अब मार्च के आखिरी दिन तमाम चार्टर्ड अकाउंटेंट पहले से भरे जा चुके आयकर रिटर्न को एक बार फिर जमा करने में लगे हुए है। ये नोटिस भी आखिरी वक्त पर आया है। ऐसे में टैक्स पेशवरों ने विभाग की मनमानी और अव्यवस्था करार दिया है।
गलती आयकर विभाग की –
जानकारी के मुताबिक, सीए ब्रांच इंदौर के पूर्व चेयरमैन सीए पंकज शाह के मुताबिक साल 2020-21 के लिए आयकर की आडिट रिपोर्ट देने की आखिरी तारीख 15 फरवरी थी लेकिन इसका समय बढ़ा कर 15 मार्च कर दिया गया था। दरअसल, जब 15 तक रिटर्न जमा हुए तब ही आयकर के सेंट्रल प्रोसेसिंग से इन्हें नोटिस जारी कर दिए हैं।