नई दिल्ली। असम और मिजोरम के बीच जमीन को लेकर जो विवाद हुआ था, वह अब थमता नजर आ रहा है। दरदसल, असम सरकार ने जो मिजोरम न जाने की एडवाइजरी जारी की थी, उसे वापस ले लिया है। बता दें कि, इसे असम-मिजोरम के बीच खूनी संघर्ष होने के बाद जारी किया गया था। जिसके बाद अब मिजोरम के सीएम जोरमथंगा ने एडवाइजरी वापस लिए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के इन दो राज्यों के बीच 26 जुलाई को सीमा पर झड़प हो गई थी। इस झड़प में असम के छह पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। साथ ही साथ कछार के पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक लोग घायल हो गये थे। इस खूनी संघर्ष के बाद ही असम ने अपने नागरिकों से सुरक्षा की दृष्टि से मिजोरम नहीं जाने को कहा था।
बता दे कि, असम और मिजोरम सरकार के प्रतिनिधियों ने आज यानी गुरुवार को ही एक मीटिंग की। इस दौरान दोनों अंतरराज्यीय सीमा विवाद का सौहार्द्रपूर्ण तरीके से समाधान करने के लिए सहमत हुए। इसके बाद ही असम सरकार ने यह ट्रेवल एडवाइजरी वापस ली है। ताजा ऑर्डर में भी इस बात का जिक्र है। दोनों राज्यों द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया था कि, ‘दोनों राज्य सरकारें अंतर-राज्यीय सीमा क्षेत्रों में शांति कायम रखने को सहमत हुई है और इस सिलसिले में भारत सरकार द्वारा तटस्थ (न्यूट्रल) बल की तैनाती का स्वागत किया।’