काशी के ज्ञानवापी मस्जिद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किए गए सर्वे की रिपोर्ट आ गई है । एएसआई के सर्वे के मुताबिक मस्जिद भव्य हिंदू मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं । सर्वे में मिले हिंदू देवी, देवताओं से जुड़ी करीब 250 सामग्रियां प्राप्त हुई है। एएसआई की सर्वे रिपोर्ट में कोषागार में जमा सामग्रियां भी हिंदू पक्ष के लिए अहम प्रमाण हैं।
दरअसलए बुधवार को कोर्ट द्वारा संबंधित पक्षों को सर्वे रिपोर्ट की कॉपी उपलब्ध कराए जाने की अनुमति दे दी गई थी। हिंदू पक्ष ने लगातार इस रिपोर्ट की कॉपी मांगी थी। अनुमति मिलने के बाद हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों सहित कुल 11 लोगों ने पहले दिन काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी परिसर पर एएसआई सर्वे रिपोर्ट हासिल करने के लिए कोर्ट में आवेदन किया था।
आपको बता दें ज्ञानवापी का विवाद 355 वर्षों से चल रहा है। हिंदू पक्ष का दावा है कि ज्ञानवापी मंदिर को 1669 में ध्वस्त किया गया, फिर मंदिर के पिलर और ढांचे पर मस्जिद बनाई गई। ज्ञानवापी को लेकर पहला मुकदमा 1991 में लॉर्ड विश्वेश्वरनाथ मामले में दाखिल हुआ था। हालांकि एएसआई से सर्वे का आदेश और सर्वे रिपोर्ट पक्षकारों को देने का आदेश मां शृंगार गौरी केस में आया है। सर्वे हुआ और रिपोर्ट अदालत में दाखिल की गई। अदालत ने सर्वे रिपोर्ट पक्षकारों को देने का आदेश दिया। 25 जनवरी 2024 को पक्षकारों ने सर्वे रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी।
गौरतलब है कि एएसआइ की सर्वे रिपोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर की तरह ही काशी के ज्ञानवापी का पुराना विवाद खत्म हो सकता है। यह विवाद 1669 से चल रहा है। एएसआई सर्वे से ही अयोध्या में श्री रामजन्म भूमि से संबंधित 500 वर्षों का विवाद खत्म हुआ था। सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे रिपोर्ट को आधार बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का आदेश पारित किया था। एएसआई ने जिस तरह से राम जन्मभूमि का सर्वे किया था, उसी तरह ज्ञानवापी का किया है।