Indore News : पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता देने के लिये प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना शुरू की गई हैं। इस योजना में टूल किट खरीदने के लिये 15 हजार रूपये का अनुदान मिलेगा। साथ ही पहली बार में एक लाख और दूसरी बार में 2 लाख रूपये का सस्ता ऋण मिलेगा। प्रारंभिक प्रशिक्षण 5 से 7 दिन का और 15 दिन का एडवांस प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के दौरान 500 रूपये प्रतिदिन भत्ता भी मिलेगा। प्रशिक्षण के बाद सर्टिफिकेट भी मिलेगा। प्रशिक्षण के लिये हितग्राहियों के चयन की प्रक्रिया जारी हैं।
यह जानकारी आज कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई समीक्षा बैठक में दी गई। बैठक में कलेक्टर सिंह ने योजना से जुड़े सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। सभी पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ मिले यह सुनिश्चित हो। बताया गया कि योजना में अभी तक 6 हजार 192 हितग्राहियों का पंजीयन हो चुका है।
कलेक्टर सिंह ने यह संख्या जिले की आबादी के मान से बढ़ाने के निर्देश दिए। योजना के लिये उम्र न्यूनतम 18 वर्ष होना चाहिए। पिछले 5 वर्षों में पीएमईजीपी स्वनिधि एवं मुद्रा योजना के तहत ऋण नहीं लिया हो। सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के तहत पात्र नहीं होंगे। एक परिवार से एक ही को लाभ मिलेगा।
योजना में कारीगर बढ़ई, सुनार, गुडिया और खिलौना निर्माता, नाव निर्माता, कुम्हार, नाई, अस्त्रकार, मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाला), माला निर्माता (मालाकार), लोहार, मोची / जूता कारीगर, धोबी, हथौड़ा, टूल किट निर्माता, राजमिस्त्री, दजी, ताला बनाने वाला, टोकरी, चटाई, झाडू निर्माता, कॉयर बुनकर और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले शामिल है। योजना के लिये आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक खाता और आधार कार्ड में मोबाईल नम्बर लिंक होना अनिवार्य है। योजना के पंजीयन के लिए ऑनलाइन आवेदन पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर कराया जा सकता है।