प्रिय मित्र
कृपया ध्यानपूर्वक अध्ययन कीजिए,
मूर्खता पर !
एक चीज याद रखिए “जस्टिज काटजू” ने कहा था की 90% भारतीय मूर्ख हैं और ये बात सच भी है,
हमारी मूर्खता का पैमाना ये है, कि एक आदमी लाखों का सूट-बूट पहनकर कहता है कि मैं गरीब हूं, झोला लेकर चलता हूँ और हम उसे गरीब मान लेते हैं !
CBI, NIA जैसी एजेंसियां जिस आदमी के हाथों की कठपुतली हैं, वह आदमी कह रहा है कि मुझे सताया जा रहा है और हम मान लेते हैं !
जो संसद मे पूर्ण बहुमत में है, बीस से ज्यादा राज्यों मे सरकार है, वह कहता है, मुझे काम नही करने दिया जा रहा है और हम मान लेते हैं !
जो जेल में रह चुके भ्रष्टाचारी लोगों को टिकट देता है फिर कहता है, मै भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा हूं और हम मान लेते हैं !
जिसके शासन मे सबसे ज्यादा हमारे सैनिक शहीद हुए हैं, वह कहता है, दुश्मन हमसे कांप रहा है और हम मान लेते हैं !
जिसके समय में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है और वह कहता है, हमने किसानों की आय दुगुना कर दी है और हम मान लेते हैं !
जिसके समय में पढे लिखे नौजवानों को पकौड़ा तलने के लिए कहा जाता है और हम उसे रोजगार मान लेते हैं !
जिसके राज्य मे सबसे ज्यादा बलात्कार हो रहे हैं और वह कहता है हम “बेटी बचाओ अभियान” चला रहे हैं और हम मान लेते हैं !
जो सुंदर भविष्य का सपना दिखाकर सत्ता में आया हो और चार सौ साल पहले के भूतकाल में हमे घुमा रहा हो और फिर भी हम खुश हैं !
मित्रों ये सब हमारी मूर्खता की वजह से ही तो हो रहा है !
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साभार – यशवंत सिन्हा