आईपीएल का तमाशा और सड़कों पर दम तोड़ते मरीज

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अर्जुन राठौर

जो हो रहा था वह केवल भारत में ही हो सकता है पूरे देश में जब हाहाकार मचा हुआ था और अस्पतालों के बाहर सड़कों पर लोग ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे थे तब आईपीएल का तमाशा जारी था अब जबकि कोरोना के कारण दो खिलाडी और अनेक अन्य लोग संक्रमित हो गए हैं तब इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है ।

पूरे देश में अभी तक लाखों लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और दो लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं ऐसे समय में जबकि देशभर में कोरोना का मातम छाया हुआ है और अस्पतालों में ऑक्सीजन के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं तब आईपीएल का तमाशा इस देश का सबसे बड़ा भद्दा मजाक बन गया था ।

निश्चित रूप से इस बार स्थिति पिछले साल जैसी नहीं हैं जब महाभारत और रामायण का प्रदर्शन दूरदर्शन पर हो रहा था इस बार कोरोना अपने विनाशकारी रूप में सामने आया है और जिधर देखो उधर लोगों के दिवंगत होने की सूचनाएं मिल रही है ।

होना तो यह था कि कोरोना के विनाशकारी रूप को देखते हुए आईपीएल को स्थगित करके सबसे महंगे खेल की सारी राशि ऑक्सीजन सिलेंडर ,ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन प्लांट लगाने में खर्च कर देनी थी । जब विनाश सामने दिखाई दे रहा है उससे निपटने के लिए हमारे खिलाड़ियों को भी सोनू सूद बन जाना था । क्या आईपीएल में खेल रहे सबसे महंगे बिके हुए खिलाड़ियों का यह फर्ज नहीं बनता था कि वे राष्ट्रीय विपदा की इस घड़ी में लोगों को बचाने के लिए आगे आते और दवाइयों से लेकर ऑक्सीजन तक की व्यवस्था करवाते ?