गंगा नदी के किनारे शवों के कफन योगी सरकार के लिए बन रहे हैं मुसीबत

Shivani Rathore
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अर्जुन राठौर

योगी सरकार के लिए इन दिनों गंगा किनारे दफनाए गए शवों के कफन भारी मुसीबत बन रहे हैं इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि विदेशी मीडिया ने इस पूरे मामले को जिस तरह से प्रचारित किया है उससे विश्व भर में अलग ही प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और यही वजह है कि अब योगी सरकार द्वारा अधिकारियों को कहा गया है कि शवों पर से कफन हटा दिए जाएं।

इस पूरे मामले को लेकर आज शवों के ऊपर से कफ़न हटाने के वीडियो बहुत तेजी से न केवल वायरल हो रहे हैं बल्कि नेशनल चैनल पर भी दिखाए जा रहे हैं कि किस तरह से वहां पर पुलिस के संरक्षण में शवों पर से कफन हटाए जा रहे हैं।

कुल मिलाकर यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में यदि किसी व्यक्ति की सांप काटने से मृत्यु होती है या फिर किसी कुंवारी लड़की की अप्राकृतिक ढंग से मृत्यु होती है तब भी उनके शवों को दफनाने की परंपरा है लेकिन वहां के कई लोगों का यह भी कहना है कि कोरोना काल में जितने अधिक शव दफनाए गए हैं उतने पहले नहीं आते थे।

जाहिर है कि कोरोना काल में सैकड़ों की संख्या में शवों को दफनाया गया है यही वजह है कि शव बहते हुए गंगा नदी में दिखाई दिए तो पूरे देश में ही नहीं विदेशों तक में हल्ला मच गया देखने वाली बात तो यह भी है कि योगी सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं लोगों की मौतों को लेकर उनमें भी भारी अंतर दिखाई दे रहा है और यही कारण है कि कांग्रेस सहित अन्य दल भी इस पूरे मामले को लेकर योगी सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं ।