मध्य प्रदेश में भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है. शिवपुरी, भिंड, ग्वालियर में बाढ़ जैसे हालत हैं. कई गांव बाढ़ में डूब गए हैं तो कई जगहों पर टापूं में तब्दील हो गए हैं. शिवपुरी में टावर पर चढ़कर रेस्क्यू टीम का इंतजार कर रहे 12 लोगों के बहने की खबर है. ग्वालियर के भितरवार इलाके में स्थित हरसी बांध का जलस्तर बढ़ने से लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं. ऐसे गांव के लोग अब सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं.
बाढ़ क्षेत्र में आये गांव, सुरक्षित स्थानों पर पलायन जारी
ग्वालियर चंबल संभाग में एक के बाद एक गांव बाढ़ की जद में आते जा रहे हैं. ऐसे में लोग अपनी जान बचाने के लिए आवश्यक सामान के साथ अपना घर-बार छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं. ग्वालियर के भितरवार इलाके में स्थित हरसी बांध का जलस्तर बढ़ने से लगभग 2 दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं. ऐसे गांव के लोग अब सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं. प्रशासन ने इन सभी के रुकने की व्यवस्थाएं स्कूल छात्रावास एवं अन्य सरकारी भवनों में की हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि लंबे अरसे के बाद उन्होंने इस तरह की बाढ़ देखी है जिसके चलते उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा हो.
3 अगस्त 2021, 17:56 बजे
भिंड-चंबल नदी में बाढ़ के हालात बन गए हैं. बरही घाट पर चंबल नदी खतरे के निशान से आधा मीटर नीचे बह रही है. 122 मीटर पर खतरे का निशान है. 121.5 मीटर पर अभी जलस्तर है. रात में खतरे का निशान पार कर 126 मीटर तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. अटेर इलाके के आधा दर्जन ग्रामों, देवालय, मुकुटपुरा, खेरिया, वृंदावन, मघेरा आदि गांव में पानी भरना शुरू हो गया है. प्रशासन अलर्ट पर है.
3 अगस्त 2021, 17:39 बजे
पार्वती नदी का जल स्तर बढ़ा
मोहना इलाके में बांध का जलस्तर बढ़ने से उसके गेट खोले गए जिसके चलते पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ गया. इससे बड़ा गांव में 8 लोग फंस गए थे जिन्हें एनडीआरएफ की टीम ने सकुशल निकाल लिया है. इसके अलावा एनडीआरएफ की टीम को मोहना गांव के पास 2 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
3 अगस्त 2021, 17:38 बजे
ग्वालियर में भी स्थिति बेहद खराब
ग्वालियर चंबल संभाग में आई बाढ़ से कई गांव इसकी चपेट में है. हालांकि अधिकांश गांव से ग्रामीणों को प्रशासन ने समय रहते बाहर निकाल लिया है और अब गांव पूरी तरीके से खाली करा दिए गए हैं. इसके बावजूद भी कई लोग ऐसे हैं जो अभी भी बाढ़ में फंसे हैं, उन्हें बाहर निकालने का काम एनडीआरएफ की टीम कर रही है.शिवपुरी के मणिखेड़ा डेम ओवरफ्लो होने पर रात को आठ गेट खोलकर पानी निकाला गया. जिससे कई गांव डूब में आ गए हैं. वहीं रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भेजे गए हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके हैं, ऐसे में अब एसडीआरएफ और एनडीआरएफ बोट के सहारे रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं.