लद्दाख: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रहा तनाव जल्द ख़त्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे है। ऐसे में चीन की हर हरकत और उससे हर परिस्थिति में निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तयारी कर रही है। एलएसी पर सर्दियों का मौसम आने से पहले सेना ने राशन, गरम कपड़े, उच्च ऊंचाई वाले टेंट और ईंधन को बड़े पैमाने पर स्टॉक करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों ने कहा कि भीषण ठंड के मौसम में किसी तरह की कमी न होने पाए इसे ध्यान में रखते हुए सेना ने पिछले चार महीनों में लद्दाख में बढ़ी हुई सैन्य तैनाती को देखते हुए एक साल के लिए पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं की स्टॉकिंग कर ली है।
लेह स्थित 14 कोर के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल अरविंद कपूर ने कहा कि हमारा लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर इतने स्मार्ट तरीके से बनाया गया है कि बाहर से किसी तरह की सूचना मिलते ही प्लग एंड प्ले मोड के तहत प्रभावी तरीके से यूनिट में शामिल हो सकते हैं। आज फ्रंटलाइन पर तैनात हर जवान को अत्याधुनिक शीतकालीन कपड़े और तंबू दिए गए हैं।
प्रत्येक अधिकारी, जूनियर कमीशन अधिकारी, जवान को सबसे अच्छी गुणवत्ता का राशन दिया जाता है जो अत्यधिक पोषण और उच्च कैलोरी वाले हैं।भारतीय वायुसेना के परिवहन विमानों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए संचालन के एक हिस्से के रूप में सैनिकों और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए लेह एयरबेस पर लगातार लैंडिंग की जाती है जो आगे के स्थानों पर भेजे जाते हैं।
वहीं भारतीय वायुसेना भी पूरी तैयारी में है, न केवल लोगों और सामग्री ले जाने के लिए बल्कि लड़ाकू जेट भी अक्सर उड़ान भरते देखे जाते हैं। सर्दियों के कपड़े, टेंट, हीटिंग उपकरण और राशन उन सामग्रियों में से हैं, जो भारतीय सेना के लोकेशन पर भेजे गए हैं। टेंट माइनस 50 डिग्री तक तापमान को झेलने की क्षमता रखते हैं। भारतीय सेना के राशन गोदाम एलएसी माउंट पर भरे हुए हैं।