एक बार फिर दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत ही ज्यादा खरब हो गया है। वहीं रविवार के दिन वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में चले गई है। इसकी वजह ये बताई जा रही है कि आसपास के इलाकों में हल्की बारिश होने की वजह से अधिक नमी हुई जिसकी वजह से प्रदूषक भारी होकर सतह के ऊपर जमा हो गई। जिसकी वजह से दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 396 हो गया था जो बेहद ख़राब श्रेणी माना जाता है। वहीं रविवार के दिन ये और ज्यादा बढ़ गया और जिसके बाद स्थिति में बदलाव आया और एक्यूआई बढ़कर 406 हो गया।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई शनिवार, शुक्रवार, बृहस्पतिवार, बुधवार और मंगलवार को क्रमश: 337, 357, 423, 433, और 418 दर्ज किया गया था। दरअसल, 0 से 50 तक एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच एक्यूआई ‘सामान्य’ 201 और 300 के बीच एक्यूआई ‘खराब’, 301 और 400 के बीच एक्यूआई ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ की श्रेणी में आता है। इसको लेकर मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पड़ोसी इलाकों में हल्की बारिश हुई है जिसकी वजह से हवा में नमी बढ़ी है। वा में मौजूद पानी की बूंदे प्रदूषकों को और भारी बना देती है जिससे मध्यम गति से हवा बहने के बावजूद वे आसानी से नहीं बिखरते हैं। दिन में इस स्थिति में आंशिक सुधार देखने को मिलेगा।
वायु प्रदूषण से हर इलाका प्रभावित
दिल्ली में बिछी हुई स्मॉग के कारन दिल्ली की हवा में जहर घुल गया है। दलेही में वायु की गुणवत्ता खतरनाक स्थिति में दर्ज की गई है। इस वजह से सुबह व शाम सैर व घर के बाहर व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। सफर इंडिया ने अपनी सलाह जारी करते हुए कहा है कि घर के बाहर सुबह और शाम को अनावश्यक रूप से निकलना बंद करे। खासकर बच्चे बुजुर्ग और ब्लड प्रेशर व दिल की पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोग अपना विशेष ध्यान रखे। इस स्मॉग का मुख्य कारण पराली का धुआं हैं।