जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108 102 ALSएंबुलेंस कर्मचारी संघ की तरफ से लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता रखी गई ALS कर्मचारियों के समायोजन को लेकर सरकार और कंपनी से निवेदन किया गया ALS के समस्त कर्मचारियों का समायोजन किया जाए जिसने कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी में सेवा देने वाले 1000 कर्मचारियों को बेरोजगार होने से बचाया जा सके टेंडर प्रक्रिया में ZHLकंपनी को टेंडर मिलने की वजह से 1000 एंबुलेंस परिवारों पर संकट आ पड़ा है उत्तर प्रदेश के समस्त कर्मचारी इन कर्मचारियों के साथ खड़े हैं अगर इनका समायोजन नहीं किया गया तो पूरे उत्तर प्रदेश में एंबुलेंस सेवा को जाम कर दिया जाएगा जिसका जिम्मेदार सिर्फ शासन प्रशासन और कंपनी होगी
25 और 26 को प्रदेश कमेटी आंशिक रूप से इको गार्डन में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक कोविड प्रोटोकॉल को देखते हुए धरना देगी। अगर इस दिनांक में सरकार संगठन से बात करने को तैयार नही होती है तो सोमवार से संग़ठन के आदेशानुसार कठोर निर्णय लेने को बाध्य होंगे।
एशिया की सबसे बड़ी निजी आपातकालीन चिकित्सा सेवा (ईएमएस) प्रदाता कंपनी ज़िकित्जा हेल्थकेयर लिमिटेड (जेडएचएल) ने यूपी सरकार और एनएचएम यूपी के साथ पीपीपी अनुबंध के अनुसार 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के संचालन के लिए यूपी में निविदा प्राप्त की है। इसके बाद जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108 102 ALS एंबुलेंस कर्मचारी संघ की तरफ से लखनऊ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता करके ज़िकित्जा हेल्थकेयर लिमिटेड (जेडएचएल) पर उत्तर प्रदेश मौजूदा एंबुलेंस कर्मचारियों को सेवा से हटाने और अपनी कंपनी ने नौकरी देने के लिए 20 हजार रुपए की मांग करने का आरोप लगाया गया है। कंपनी इन सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज करते हुए बताना चाहती है कि वे उत्तर प्रदेश मौजूदा एंबुलेंस कर्मचारियों (ईएमटी और ड्राइवर) को अपनी कंपनी में रखने के लिए सहर्ष तैयार है, यदि वे आरएफपी एवं एएलएस प्रमाणीकरण के अनुसार पात्र पाए जाते हैं।
एक आपातकालीन चिकित्सा सेवा प्रदाता के रूप में, हमारा प्राथमिक उद्देश्य हमेशा यही रहा है कि आपात स्थिति में हितग्राही को चिकित्सा संस्थानों तक बहुत जल्दी और अधिक कुशल तरीके से प्राथमिक उपचार करते हुए पहुंचाया जाए। सभी एएलएस एम्बुलेंस सभी जीवन रक्षक उपकरणों जैसे वेंटिलेटर, डिफाइब्रिलेटर, ऑक्सीजन सपोर्ट और कई अन्य उपकरणों से लैस होते है l इसमें महत्वपूर्ण संकेतों की निगरानी, उन्नत ड्रग थेरेपी, कार्डियक मॉनिटरिंग, ऑक्सीजन और IV थेरेपी शामिल हैं। ALS एम्बुलेंस अत्याधुनिक हृदय और रक्तचाप निगरानी उपकरण, पल्स ऑक्सीमेट्री, IV पंप, CPAP सहित ऑक्सीजन वितरण उपकरणों और विभिन्न प्रकार की चिकित्सा आपात स्थितियों के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली उन्नत दवाओं से सुसज्जित है, जो दर्द से राहत, हृदय संबंधी लाइफ सपोर्टएवं अन्य सेवाएं प्रदान करती है। एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) देखभाल के लिए एक सर्टिफिकेट प्राप्त ईएमटी-पैरामेडिक द्वारा चिकित्सा निगरानी और देखभाल की आवश्यकता होती है ताकि लोगों के जीवन को बचाया जा सकें। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कंपनी अपने प्रत्येक कर्मचारी को उन्नत ट्रेनिंग देती है। ट्रेनिंग पूरी करने और प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ही कर्मचारी को एएलएस एम्बुलेंस के साथ भेजा जाता है। हमारी नौकरी देने की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। हम पर नौकरी देने के लिए 20 हजार रुपए लेने का जो आरोप लगाया गया है, दरअसल वह राशि थर्ड पार्टी ट्रेनिंग की फीस है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद कर्मचारियों को उसका प्रमाणपत्र भी दिया जाता है। लोगों की ज़िंदगियों का महत्व समझते हुए हम बिना ट्रेनिंग और प्रमाणपत्र के किसी भी कर्मचारी को काम नहीं देते हैं। यही हमारी कंपनी की पॉलिसी है।
एक मुश्त नहीं देनी है ट्रेनिंग की फीस
साथ ही हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि एडवांस लाइफ सपोर्ट केयर देने के लिए इस प्रमाणपत्र को प्राप्त करना अनिवार्य होता है। यह ट्रेनिंग और प्रमाणपत्र किसी प्रमाणीकृत संस्था से ही लिया जा सकता है। हम लाइफ सपोर्टर्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ हेल्थ साइंसेज से ट्रेनिंग दिलाते हैं। कर्चारियों पर इस ट्रेनिंग का आर्थिक भार न पड़े इस बात को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए हम उनसे 20 हजार रुपए की ट्रेनिंग फीस एक साथ नहीं ले रहे हैं। कर्मचारी को शुरुआत में सिर्फ 5 हजार रुपए भरने होंगे और शेष 15 हजार रुपए वह अपनी तनख्वाह में से पांच महीने तक कटा सकता है। हमारे पहले जो कंपनी यह सेवा प्रदान करती थी, वह भी कर्मचारियों को यह ट्रेनिंग दिलाती थी। इसके लिए वे 40 हजार रुपए फीस लेकर कर्मचारियों को हैदराबाद भेजते थे।