हाल ही में, बीजेपी सांसदों से धक्का-मुक्की के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ एक नया मुकदमा दर्ज हुआ है। यह मामला उस समय हुआ जब संसद परिसर में हंगामा हुआ, जिसमें राहुल पर बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के साथ धक्का-मुक्की का आरोप है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इस कार्रवाई को मुद्दे से ध्यान भटकाने की एक साजिश करार दिया है। कांग्रेस के संगठन महासचिव, केसी वेणुगोपाल ने इसे बीजेपी की एक पुरानी रणनीति बताया, जिससे राहुल गांधी पर आरोप लगाकर उन्हें राजनीति से बाहर करने की कोशिश की जा रही है।
राहुल गांधी पर मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2014 से लेकर अब तक उन पर 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जिनमें 2019 सबसे ज्यादा मुकदमों वाला साल रहा। 2024 में राहुल पर अब तक 4 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, और 2021 में भी उनके खिलाफ 3 मुकदमे दर्ज किए गए थे। आइए जानते हैं राहुल गांधी पर दर्ज होने वाले प्रमुख मुकदमों के बारे में।
राहुल गांधी पर मुकदमों की पूरी लिस्ट
2014 में पहला मुकदमा
राहुल गांधी के खिलाफ पहला मुकदमा 2014 में महाराष्ट्र के भिवंडी में दर्ज हुआ था। यह मुकदमा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के खिलाफ की गई एक टिप्पणी को लेकर था, जिसमें राहुल ने गांधी की हत्या में आरएसएस की भूमिका होने की बात कही थी। यह मामला मानहानि और सिविल मुकदमे से जुड़ा था।
2016 में गुवाहाटी में मुकदमा
2016 में, राहुल गांधी के खिलाफ असम की राजधानी गुवाहाटी में एक मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया। यह मुकदमा राहुल की उस टिप्पणी को लेकर था जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर हत्या मामले में संलिप्त होने का आरोप लगाया था।
2018 में तीन मुकदमे
2018 में राहुल गांधी पर तीन मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें एक उत्तर प्रदेश के लखनऊ और दूसरा सुल्तानपुर में था। तीसरा मुकदमा झारखंड के रांची में दर्ज हुआ। ये सभी मुकदमे राहुल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं पर की गई विवादित टिप्पणियों से जुड़े थे।
2019 में 5 मुकदमे
2019 राहुल गांधी के लिए सबसे ज्यादा मुकदमे वाला साल साबित हुआ। इस साल 5 अलग-अलग मुकदमे दर्ज हुए, जो मोदी सरनेम से जुड़ी उनकी एक विवादित टिप्पणी से संबंधित थे। राहुल गांधी ने एक रैली में यह सवाल उठाया था कि “सारे मोदी सरनेम वाले लोग चोर क्यों होते हैं?” इन मुकदमों में सूरत, पटना, रांची, अहमदाबाद और नई दिल्ली शामिल थे। सूरत के मामले में उन्हें दोषी ठहराया भी गया था, जिसके कारण 2023 में उनकी सांसद की सदस्यता भी चली गई।
2021 में तीन मुकदमे
2021 में राहुल गांधी के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से एक दिल्ली में था, जिसमें उन्हें पोक्सो कानून के तहत एक रेप विक्टिम से जुड़ी टिप्पणी करने का आरोप था। अगर राहुल गांधी इस मामले में दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें दो साल या उससे अधिक की सजा हो सकती है। बाकी के दो मुकदमे चाईबासा और मुंबई में थे, जो मानहानि से जुड़े थे।
2022 में दो मुकदमे
2022 में राहुल गांधी के खिलाफ दो मामले दर्ज हुए। एक मुकदमा बेंगलुरु में कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर था, जहां राहुल पर आरोप था कि उन्होंने बिना अनुमति के अपनी यात्रा के लिए थीम सॉन्ग तैयार किया। दूसरा मुकदमा लखनऊ में था, जिसमें उन्होंने वीर सावरकर के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी।
2023 में एक मुकदमा
2023 में राहुल गांधी पर सूरत में एक और मुकदमा दर्ज किया गया, जिसमें आरोप था कि उन्होंने मोदी समाज को अपमानित किया था।
2024 में चार मुकदमे
2024 में अब तक राहुल गांधी पर 4 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें से एक केस असम में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में है, जबकि दूसरा केस कर्नाटक के बेंगलुरु में बीजेपी कार्यकर्ताओं को लेकर की गई राहुल की टिप्पणी पर आधारित है। इसके अलावा, सितंबर में अमेरिका में की गई उनकी टिप्पणी के बाद दिल्ली में तीन अलग-अलग स्थानों पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
इन मुकदमों में से कई मामलों की सुनवाई अभी चल रही है, और कुछ मामलों में वे पहले ही दोषी ठहराए जा चुके हैं, जैसा कि सूरत के केस में हुआ था। राहुल गांधी पर इन मुकदमों को लेकर कांग्रेस पार्टी का कहना है कि यह बीजेपी की एक साजिश है, जिसका मकसद राहुल गांधी की छवि को नुकसान पहुंचाना और उन्हें राजनीति से बाहर करना है। वहीं, बीजेपी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है।