यदि आप सोचते हैं कि आपकी मेहनत की गाढी कमाई देश के सबसे बडे सरकारी बैंक में सुरक्षित है तो आप इस सच्चे किस्से को पढने के बाद एक बार फिर यही सवाल पर गौर करियेगा।
मेरे मित्र अनुराग की पत्नी के पास एक अंजान नंबर से दो तीन बार फोन आता है। वो फोन नहीं उठाती। वो जानती हैं कि आजकल ये फोन ही बुराई की सबसे बडी जड है। आखिरकार वो उस नंबर को एक बार उठा ही लेती हैं और उस तरफ से जो बात होती है उससे उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक जाती है। सामने वाला उनसे उनकी बैंक का कर्मचारी बनकर फोन करता है उनके एकाउंट की सारी डिटेल उनको बताता है और धमकाता है कि आपका पैन नंबर अपडेट नहीं हैं इसलिये आपकी सारी रकम सरकार जब्त करने जा रही है। मैं जैसा कहता हूं वैसा करिये। मगर मेरे मित्र की पत्नी वो फोन काट कर अगला फोन अनुराग को लगाती हैं। अनुराग को वो ये सारी बातें बताती हैं। अनुराग घर आकर बैंक के एप से अपना एकाउंट चैक करता है तो पता चलता है कि उसकी लाखों की बचत उसके एकाउंट में नहीं है। वो किसी और खाते में चली गयी है।
इसके बाद अनुराग फिर उस नंबर पर फोन मिलाता है तो इस बार वो नंबर वाला बेहद अकड में बात करता है। कहता है कि उसे जो करना था कर दिया अब आप उसकी बात मानिये वरना नुकसान तो हो ही गया है। हैरान परेशान अनुराग फोन रखकर पत्नी के साथ बैंक पहुंचते हैं। बैंक मैनेजर उनकी बात सुन हैरान रह जाता हैं। वो अपने सिस्टम में उनका अकाउंट खोलता है और कहता है अभी तो आपने इतने लाख रूप्ये की एफडी बनवाई है। अनुराग की पत्नी कहती हैं सर हमने नहीं उसने बनाई है। जो हमारे एकाउंट में हैक कर जा घुसा है। अभी कुछ दिन पहले हमने इंटरनेट बैंकिंग का आवेदन दिया था आपको तो आपने अपना एपी डाउनलोड करवा दिया। लगता है सारी गडबड उसी से हुयी है। उधर बैंक मैनेजर हैरान था कि इंटरनेट बैंकिंग की सुरक्षा को कोई भेद कर कैसे किसी के अकाउंट में घुस सकता है। या तो बैंक की तरफ से पासवर्ड देते समय गडबड हुयी है या फिर किसी ने शोल्डर फिशिंग यानिकी कंधे से झांक कर ये सब देख लिया।
थोडी देर बाद बैंक मैनेजर ने राहत की खबर दी कि आपका पैसा अभी बैंक में ही है। उसने आपके अकाउंट में घुसकर पैसा निकालने की कोशिश की जब नहीं निकाल पाया तो आपको डराने के लिये आपके अकाउंट में ही उसकी एफडी बना दी। चिंता नहीं करें आपके एकाउंट के सारे एक्सिस खत्म कर दिये गये हैं। आपका पैसा सुरक्षित है। मगर ये हमारे लिये बेहद चिंता की बात है कि ये कैसे और क्यों हुआ। इसकी हम शिकायत करेंगे। अनुराग और उनकी पत्नी ने भी भगवान का शुक्रिया अदा किया और राहत की सांस ली क्योंकि वो तकरीबन अपनी पूरी रकम गंवाने के करीब से वापस आये।
अब क्या आप भरोसा करेंगे कि देश के सबसे बडे सरकारी बैंक में रखा आपका पैसा सुरक्षित है। इस पर दोबारा सोचें। हांलाकि इंटरनेट बैंकिंग बहुत फुल प्रूफ सिस्टम है मगर उसके बाद भी हैकर सिस्टम की कमजोरियों का फायदा उठाकर खेल कर जाते हैं। जरूरी है कि बैंकिंग के लेनदेन में गोपनीयता और सावधानी बरतें। अंजान नंबर वालों से जयादा बात ना करें। किसी को भी अपनी डिटेल और ओटीपी जैसा कुछ ना बतायें। जरा सी भी शंका होने पर अंजान नंबर वाले से बात करने के बजाये सीधे बैंक ही जायें। ये सारी सावधानियां आपको किसी चीटिंग और फ्राड से बचायेगी।
ब्रजेश राजपूत