एक तरफ तो पूरा देश कोरोना की तीसरी लहर से चिंतित हैं, वहीं दूसरी ओर शनिवार को चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले चुनावों की तिथियों की घोषणा भी कर दी हैं। आपको बता दे इससे पहले चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये जानकारी दी थी कि सभी राजनितिक पार्टियां चाहती हैं कि चुनाव निर्धारित समय पर ही करवाया जाए। अब जब चुनाव की तिथियों की घोषणा हो गई तो इसके साथ ही सभी सियासी पार्टियां अपने अपने सियासी नफा नुकसान का ध्यान रखते हुए सजगता से काम पर लग गई हैं।
लेकिन इन सब के बीच हम आज आपको पिछले विधानसभा चुनाव में हुई एक रोचक घटना के बारे में बताने वाले हैं। दरअसल गोवा में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला था जबकि गोवा में महज 40 विधानसभा सीटें हैं यानी बहुमत के लिए 21 सीटों की आवश्यकता होती हैं।
लेकिन इस चुनाव के बाद 13 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर रही भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने अन्य के साथ मिलकर सरकार बनायी थी। और मनोहर परिरकर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। जबकि कांग्रेस पार्टी को भाजपा से भी ज्यादा 17 सीटें मिली थी, लेकिन वह जोड़-तोड़ के प्रयास में भाजपा से पीछे रह गयी। वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक सीट और अन्य दलों ने नौ सीटों पर जीत हासिल की थी।