गंगासागर की दुर्दशा देखकर दुखी हुए अमित शाह, बोले भाजपा सरकार के बनते ही होगा जल का निर्मलीकरण

Rishabh
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पश्चिम बंगाल में मोदी सरकार और ममता सरकार के बीच सियासी जंग छिड़ी हुई हैं, इस जंग में भाजपा के सभी दिग्गज नेताओ ने मोर्चे की पूरी कमान संभाली हुई है एक ओर भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल की जनता के लिए नई सौगातो का एलान कर रही है। इस क्रम में बंगाल के गंगासागर में गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे है इस दौरान गंगासागर की दुर्दशा को देखकर शाह ने एक और एलान किया हैं।

दरसल गंगासागर के जल की स्थिति देखकर मंत्री अमित शाह का कहना है कि “नमामि गंगे परियोजना बंगाल में आकर रुक गई है, गंगासागर की दुर्दशा देखकर मुझे दुख होता है” इसके बाद शाह ने दावा किया है कि इस बार उनकी सरकार बंगाल में बनती है, तो गंगासागर में पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जाएगा, इतना ही नहीं नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगासागर तक गंगा के जल को निर्मल किया जाएगा।

पश्चिम बंगाल में अमित शाह का चुनावी दौरा चल रहा है जिसके अंतर्गत अपने दौरे के शुरू होने से पहले शाह ने आज गंगासागर में कपिल मुनि मंदिर में पूजा अर्चना की, पूजा के बाद उन्होंने यहां 15 मिनट तक समय बिताया। इस पूजा अर्चना के बाद शाह ने उस जगह के भी दर्शन किये जहां गंगा सागर में मिलती है, फिर कपिल मुनि आश्रम में पूजा अर्चना की।

इसके बाद मिडिया से वार्ता के दौरान अमित शाह ने बताया कि -मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि मैं गंगासागर में समुद्र का दर्शन और जहां मां गंगा समुद्र में विलीन होती हैं उस जगह पर हूं, यहां पर कपिल मुनि का मंदिर सदियों से अध्यात्म और प्रकृति के संरक्षण का प्रतीक बना हुआ है, इसीलिए कहते हैं कि हर तीर्थ बार बार गंगासागर एक बार, हमारे पुराणों के अनुसार महाराज भगीरथ अपने 60,000 पूर्वजों के मोक्ष के लिए मां गंगा को हिमालय की गोद से लेकर गंगासागर तक आए।

गंगा सागर की दुर्दशा को देखकर उन्होंने आगे कहां कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा के शुद्धिकरण का नमामि गंगे कार्यक्रम चला, मगर वह बंगाल अगर रुक जाता है, मुझे पूरा भरोसा है कि यहां पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी, तब बंगाल में गंगासागर तक भी नमामि गंगे पूरा होगा, साथ ही मां गंगा को शुद्ध और प्रदूषण मुक्त कर निर्मल जल का आशीर्वाद लोग ले सकें, ऐसे जल का आस्वाद भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा।
आगे उन्होंने कहां कि ‘गंगासागर का जल जिस्की स्थिति देखकर लाखों श्रद्धालुओं की तरह मुझे भी दुख होता है, हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी सरकार यहां पर बनने के बाद केंद्र सरकार की जितनी भी टूरिज्म की नीतियां हैं यहां पर लागू करे और उत्तरायण का मेला जो यहां लगता है उसको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थान दिया जाए’